अल्मोड़ा: एक और दिन, एक और उपलब्धि। देवभूमि के युवाओं की जितनी तारीफ की जाए कम है। इस बार पढ़ाई के क्षेत्र से प्रदेश को गौरवान्वित करने वाली खबर सामने आई है। अल्मोड़ा के आदित्य सिंह बिष्ट का चयन प्रतिष्ठित विज्ञान शोध संस्थान आईआईएसईआर के पांच वर्षीय इंटीग्रेटिड बी.एस एम. एस प्रोग्राम के लिए हो गया है। इससे पूरे क्षेत्र में जश्न का माहौल है।
गौरतलब है कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ऐजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) विश्व के टॉप रिसर्च संस्थानों में आता है। 2006 में भारत सरकार द्वारा स्थापित किए गए आईसर में कुल सात विषयों में ड्युअल डिग्री प्रोग्राम प्रदान किए जाते हैं। बता दें कि इसमें जेईई एडवांस, केवीपीवाई अथवा आईसर ऐप्टिट्यूड टेस्ट के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है।
इतने प्रतिष्ठित कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए लाखों छात्र उत्सुक रहते हैं। लेकिन मेहनत, जज्बे और लगन के बिना प्रवेश पाना बहुत मुश्किल है। यह अल्मोड़ा के आदित्य बिष्ट की कड़ी मेहनत का नतीजा है कि उनका चयन विश्व के टॉप रिसर्च इंस्टिट्यूट के लिए हो गया है। आदित्य बिष्ट धारानौला के निवासी हैं।
बता दें कि अल्मोड़ा के कुर्मांचल अकादमी से हाई स्कूल तक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद बोनी फॉई स्कूल भोपाल से आदित्य ने इंटरमीडिएट पूरा किया।इंटरमीडिएट के दौरान ही उन्होंने फ़िटजी भोपाल से जेईई की कोचिंग भी ली। अब आदित्य ने हर चरण को पार करते हुए आइसर में अपना चयन तय करवा लिया है। माता-पिता से लेकर पूरे इलाके के लिए यह बहुत गर्व की बात है।
आदित्य बिष्ट बताते हैं कि स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही उन्हें विज्ञान में खासी रुचि होने लगी थी। इसलिए उन्होंने तकनीकी एवं विज्ञान क्षेत्र में ही आगे बढ़ने का फैसला किया। बता दें कि आदित्य को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिज़िक्स टीचर्स के ओलंपियाड में पुरस्कृत किया जा चुका है। गौरतलब है कि आदित्य के पिता कमल किशोर बिष्ट व्यवसाई और माता श्रीमती लक्ष्मी बिष्ट गृहणी हैं। एक और युवा ने उत्तराखंड को गर्व के पल दिए हैं।