हल्द्वानी: विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 28 जनवरी को पूरी हो गई थी। इसके बाद जिम्मेदारी निर्वाचन आयोग की थी। आयोग को सभी प्रत्याशियों के नामांकन पत्र की जांच करनी थी और यह देखना था कि इन उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही है या नहीं। बता दें नामांकन पत्र जांच में सही पाए जाने के बाद ही प्रत्याशी को चुनाव लड़ने की हरी झंडी मिलती है।
इसी अग्नि परीक्षा में नैनीताल जिले के सभी प्रत्याशियों ने सफलता पाई है। बता दें कि नैनीताल जिले के 72 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। इन सभी के नामांकन पत्र जांच में सही पाए गए हैं। अब प्रत्याशियों की असली परीक्षा 14 फरवरी को मतदान के दिन होनी है। जिसके नतीजे 10 मार्च को परिणाम स्वरुप आएंगे।
बता दें कि नैनीताल जिले की लालकुआं-हल्द्वानी विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 14-14 प्रत्याशी चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वहीं कालाढूंगी और रामनगर सीट से 13-13 प्रत्याशी मैदान पर है। भीमताल में 11 और नैनीताल में सबसे कम 7 प्रत्याशी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। लालकुआं सीट पर हर किसी की नजर इसलिए है क्योंकि यहां से पूर्व सीएम हरीश रावत चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
बता दें निर्वाचन आयोग ने नाम वापसी के लिए 31 जनवरी का दिन तय किया है। नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों की असली लिस्ट जारी हो जाएगी। नाम वापसी इसलिए जरूरी हो जाती है क्योंकि कई दल बागी नेताओं को मनाने की तैयारी में है। भाजपा और कांग्रेस खासकर नहीं चाहेंगे कि उनके अधिकृत प्रत्याशियों को बागी दावेदारों से खतरा हो।