हल्द्वानी: प्रदेश भर में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। सबसे ज्यादा प्रभावित कुमाऊं जिला हुआ है। आपदा में बुधवार रात तक कुल 30 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई थी। कुमाऊं भर में करीब 15 पुल बह गए हैं तो वहीं 90 से भी ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। काठगोदाम स्टेशन पर रेल ट्रैक भी गौला नदी में समा गया था।
इसी क्रम में रेलवे ने काठगोदाम रेलवे स्टेशन से चलने वाली कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया था। जबकि कई ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया था। निरस्तीकरण का आदेश 20 अक्टूबर के लिए जारी हुआ था। मगर पूर्वोत्तर रेलवे काठगोदाम स्टेशन के पास रेलवे ने ट्रैक की मरम्मत कर ली है। ऐसे में ताजा जानकारी के अनुसार काठगोदाम स्टेशन से संचालित होने वाली सभी ट्रेनों का संचालन गुरुवार से दोबारा से शुरू किया है।
हालांकि रानीखेत एक्सप्रेस का संचालन फिलहाल काठगोदाम से नहीं किया जाएगा। बल्कि इसका संचालन लालकुआं से होगा। ऐसे इसलिए क्योंकि 17 कोच की रानीखेत एक्सप्रेस ट्रेन काठगोदाम स्टेशन के शंटिंग नेक की पटरी के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण यहां से संचालित नहीं हो सकती।
इसके चलते इसे लालकुआं से संचालित करने का प्लान बनाया गया है। इसके अलावा आपको बता दें कि काठगोदाम स्टेशन से चलने वाली दोनों पैसेंजर ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। यहां से काठगोदाम-मुरादाबाद पैसेंजर ट्रेन सुबह और शाम को चला करती थी। जानकारी के मुताबिक संपर्क क्रांति ट्रेन 16 कोच के साथ चलती थी। इसके कोचों की संख्या शुक्रवार से 16 से घटा कर 12 कर दी जाएगी।
काठगोदाम स्टेशन प्रबंधक चयन रॉय ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरुवार से काठगोदाम स्टेशन से पूर्व में संचालित होने वाली सभी ट्रेनें संचालित होनी शुरू हो जाएंगी। सभी ट्रेनें अपने निर्धारित दिन व समय के हिसाब से ही चलेंगी। वहीं काठगोदाम और पुरानी दिल्ली के बाच चलने वाली रानीखेत एक्सप्रेस ट्रेन 7 नवंबर तक लालकुआं से निर्धारित समय से चलेगी और निर्धारित समय में पहुंचेगी।