ऋषिकेश: ऑल वेडर रोड के लिए पहाड़ों में यात्रा को सुगम बनाने का प्रयास केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है। इसे केंद्र का ड्रीम प्रोजोक्ट कहा जाता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस पर नजरे बनाए रखते हैं। केंद्र सरकार की कोशश है कि साल 2025 तक उत्तराखंड के हर गांव को लिंक मार्गों के जरिए राजमार्गों और ऑलवेदर रोड से जोड़ा जाए। साल 2016 में इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था और सबसे पहले चारधाम यात्रा काम शुरू हुआ था लेकिन कई वजहों से काम को बीच-बीच में रोक दिया जाता रहा है।
ऑल वेडर रोड को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है। पर्यावरणीय कारणों से सुप्रीम कोर्ट ने परियोजना पर रोक लगाई थी उसे हटा दिया गया है। करीब 12 हजार करोड़ रुपये की 889 किमी लंबी ऑलवेदर रोड परियोजना के 53 कार्यों में से करीब 153 किमी लंबाई के 13 कार्य कोर्ट के फैसले के बाद शुरू हो जाएंगे।
अब चंपावत, लोहाघाट, पिथौरागढ़, ऋषिकेश और जोशीमठ बाइपास का निर्माण हो सकेगा। भागीरथी इको सेंसिटिव जोन में 94 किमी मार्ग का चौड़ीकरण भी किया जाना है। ऑल वेडर रोड उत्तराखंड पर्यटन में एक जान फूंकेगी इसकी उम्मीद भी सभी को हो। इसके अलावा पहाड़ों का सफर भी कम वक्त में पूरा होगा।