अल्मोड़ा: मैदानी और पहाड़ी इलाकों में वैसे तो अंतर कई सारे हैं। भौगोलिक परिस्थितियां भी अलग हैं, रहने सहने का तरीका और संस्कृति भी कुछ हद तक अलग हो जाती है। मगर उत्तराखंड को एक होकर आगे बढ़ना है तो अंतर कम होना भी जरूरी है। उत्तराखंड सरकार अब कई शहरी क्षेत्रों में पहाड़ों के रंग, नजारे और वहां की खुशबू लाने के लिए प्रयास कर रही है। इसी प्रयास में चार चांद कैबिनेट के एक और फैसले ने लगा दिए हैं।
बीते दिन हुई कैबिनेट बैठक में फैसला लिया गया है कि अब शहरी क्षेत्रों में पार्क, दुकान, सड़कों आदि को पहाड़ी शैली में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही अल्मोड़ा की प्रसिद्ध पटाल बाजार को नैनीताल की मॉल रोड की तर्ज पर विकसित करने का भी निर्णय लिया गया है। गौरतलब है कि पहाड़ी शैली पर अगर शहरों में विकास होगा तो पर्यटन भी पहले से बेहतर होगा। इसी कड़ी में ये फैसला लिया गया है।
ज्ञात हो कि नैनीताल जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल तो सरकार के फैसले से पहले से ही पहाड़ी शैली पर जिले का विकास करने में लगे हुए हैं। उन्होंने नैनीताल की मल्लीताल बाजार का पहाड़ी शैली में कायापलट किया था। इसी तर्ज पर हल्द्वानी और रामनगर बाजार का विकास होना भी तय हुआ है। वहीं, अब कैबिनेट के फैसले ने अल्मोड़ा सहित कई और शहरों का विकास पहाड़ी शैली पर करने का मन बना लिया है।