हल्द्वानी: लोकसभा चुनाव में एक बार फिर देश ने नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताया है। भाजपा अपने दम पर 300 का आंकड़ा पार करने में कामयाब हुई है। वहीं उत्तराखण्ड में उसके डबल धमाके ने पूरे देश में सुर्खियां बटोरी हैं। उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार भाजपा ने पांचों सीटों पर कब्जा जमाया है। सभी प्रत्यारियों ने अपने विपक्षी उम्मीदवार को रिकॉर्ड वोटों से मात दी है।
बात अल्मोड़ा की करें तो भाजपा के प्रत्याशी और केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रत्याशी प्रदीप टम्टा को 232986 वोटों के अंतर से हराया। अजय टम्टा को 444651 और प्रदीप टम्टा को 211665 वोट मिले हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो हरीश रावत के नैनीताल से चुनाव लड़ने से प्रदीप टम्टा को खासा नुकसान हुआ। अल्मोड़ा लोकसभा सीट हरीश रावत की पुरानी सीट रही है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका अच्छा नेटवर्क हैं। इसके चलते नैनीताल में हरीश के पक्ष में प्रचार करने के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेसी अल्मोड़ा से पहुंचे। इससे प्रदीप का नेटवर्क कमजोर पड़ गया।
वहीं वर्ष 2014 में उत्तराखंड राज्य में अल्मोड़ा संसदीय सीट से अजय टम्टा का विजयी हुए थे। उन्हें 348186 वोट मिले थे। उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को 95690 वोटों से हराया। निकटतम प्रतिद्वंद्वी की पार्टी कांग्रेस थी। 2014 में कुल 52.41 प्रतिशत वोट पड़े थे।
अजय टम्टा को राजनीति का अच्छा अनुभव है। साल 2014 में उन्होंने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। इस रिपोर्ट के आधार पर उन्हें भाजपा ने टिकट दिया। वह सरकार में केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री रहे थे। 2007 से 2012 तक उत्तराखंड विधान सभा के सदस्य रहे। 2007 से 2008 तक उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री रहे। 2008 से 2009 तक उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। मई, 2014 में 16वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित हुए। 14 अगस्त 2014 से अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण संबंधी समिति के सदस्य हैं।