हल्द्वानी: कुमाऊं की मूल राजधानी कहे जाने वाले अल्मोड़ा जिले को नया डीएम मिला है। आईएएस वंदना सिंह को अल्मोड़ा का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं आईएएस नितिन सिंह भदौरिया को जिलाधिकारी अल्मोड़ा के पदभार से अवमुक्त कर दिया गया है और उन्हें पेयजल अपर सचिव और जल जीवन मिशन के निदेशक के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई है। शनिवार को शासन ने 34 जिलाधिकारियों के तबादले किए थे और उनमे कई बड़े नाम भी थे। आईएएस दीपक रावत को एक बार फिर हरिद्नार मेला अधिकारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।
बता दें कि आईएएस वंदना सिंह ग्रामीण विकास अपर सचिव ग्राम्य विकास आयुक्त और सहकारिता विभाग के निबंधक की जिम्मेदारी निभा रही थी। पिछले साल वह काफी सुर्खियों में रही थी। IAS मंगेश घिल्डियाल के स्थान पर उन्हें रुद्रप्रयाग का डीएम बनाया गया था। उससे पहले वह पिथौरागढ़ जिले में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर भी तैनात थी।
आईएस वंदना सिंह बेटियों की शिक्षा और महिला सशक्तिकरण की दिशा में काफी एक्टिव रहती हैं। अपने कार्यों के वजह से वह काफी सुर्खियों में रही। पिछले साल उनके 13 दिन में तीन तबादले किए गए थे। रुद्रप्रयाग में वह जल जीवन मिशन’ की समीक्षा में हिस्सा नहीं ले पाई थी और इसके बाद उनका तबादला कर दिया गया था। बताया गया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत उनकी मौजूद नहीं होने से खुश नहीं थे। इसके बाद उन्हें शासन के कार्मिक विभाग में अटैच किया गया गया था। इसके बाद 12 नवंबर को उन्हें KMVN का एमडी बनाया गया। यहां जब उन्होंने नियुक्ति नहीं ली तो उन्हें ग्राम्य विकास का अपर सचिव बनाया गया था।
आईएएस वंदना सिंह चौहान छोटी उम्र में ऑफिसर बनी हैं। उनकी कामयाबी की कहानी उत्तराखंड में काफी वायरल हुई है और इस वजह से जनता के बीच उनकी छवि साफ है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में पिथौरागढ़ जिले की ब्रांड अम्बेसडर भी रह चुकी हैं और ऐसे में अल्मोड़ा की जनता को काफी उम्मीद है।