देहरादून: राज्य की एक और बेटी भारतीय टीम का हिस्सा बन गई है। क्रिकेट व अन्य खेलों में तो उत्तराखंड की बेटियां कमाल कर ही रही हैं और इस बार फुटबॉल भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। विषम परिस्थिति से लड़कर देहरादून की अंजना थापा भारतीय फुटबॉल टीम का हिस्सा बन गई है। देहरादून के गलज्वाड़ी, इंदिरानगर निवासी मन बहादुर थापा की बेटी को यहां तक पहुंचने में काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ा।
देहरादून निवासी अंजना थापा का चयन भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ( अंडर 20 ) में हुआ है। अंजना ने नेशनल कैंप में भी हिस्सा लिया था। इसके बाद उनके खेल ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया और वह टीम का हिस्सा बनने में सफल रही है। अंजना की कहानी भी उन सभी स्टार्स की तरह है जिनके सपने तो बड़े थे लेकिन राह आसान नहीं थी। अंजना के पिता गढ़ी कैंट में सब्जी की ठेली लगाते हैं। दून के बसंत विहार स्थित फुटबाल अकादमी से अंजना ने पांच साल फुटबाल की बारिकियों को सीखा।
अंजना के कोच रहे पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी विरेन्द्र सिंह रावत हैं। उन्होंने बताया कि गढ़ी के गल्जवाड़ी की अंजना करीब पांच साल तक उनकी अकादमी में कोचिंग लेती रही थी। यहां तक पहुंचने के लिअए उन्होंने काफी संघर्ष किया है। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। अंजना के लिए फुटबाल किट, जूते, ड्रेस के साथ ही खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने में दिक्कत होती थी लेकिन कोच ने उनका साथ दिया। शायद वह उनकी प्रतिभा को पहले ही भांप चुके थे। अंजना ने कुछ दिन पहले कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से मुलाकात की । उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में हमारे राज्य की बेटियां आगे बढ़ रही हैं जो शानदार है। इससे अन्य लोग भी प्रेरित होंगे और खेल के मैदान पर उतरकर अपना जौहर दिखाएंगे।