ऋषिकेश: विगत दिनों से उत्तराखंड के कोने कोने में अंकिता को इंसाफ दिलाने की मांग की जा रही है। अंकिता हत्याकांड ना सिर्फ सड़कों पर बल्कि सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चित है। अब मामले से जुड़ी एक बड़ी अपडेट सामने आई है। दरअसल आरोपितों की जमानत याचिका दाखिल करने वाले अधिवक्ता ने खुद ही जमानत अर्जी का वापिस ले लिया है।
बता दें कि एडवोकेट जितेंद्र रावत ने कोटद्वार न्यायायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी भावना पांडे की अदालत में बेल अर्जी लगाई थी। मगर अधिवक्ता ने सरेंडर करते हुए अर्जी वापस ले ली है। जिसके कारण जमानत याचिका पर आज सुनवाई नहीं हो पाई। उनका कहना है कि मामले की संदेवनशीलता के बाद आरोपियों की बेल की अर्जी का प्रार्थना पत्र वापस ले लिया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने भी अभी तक रिपोर्ट जमा नहीं की है।
इधर, अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरएसएस पदाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। आपको याद दिला दें कि अंकिता हत्याकांड पर आरएसएस के जिला विभाग प्रचार प्रमुख विपिन कर्णवाल निवासी रायवाला जिला देहरादून ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अभद्र टिप्पणी की थी। जिसकी सभी जगह कड़ी निंदा भी की गई। अब उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।