चमोली: जनपद के लिए नया साल अबतक केवल मुश्किल भरा समय ही लेकर आया है। जोशीमठ के बाद अब चमोली के कर्णप्रयाग में भी भू धंसाव से चिंता बढ़ गई है। कई सारे भवनों में दरारें देखी गई हैं। कुछ भवन तो रहने लायक तक नहीं बचे हैं। जिलाधिकारी ने निरीक्षण भी कर लिया है। माना जा रहा है कि शीघ्र ही एक स्पेशल टीम भी जांच को यहां आएगी।
आपको बता दें कि जोशीमठ में भू धंसाव इस कदर चिंता का सबब बना था कि पूरे देश में जोशीमठ की ही बातें हो रही थी। सरकार ने वहां पर पीड़ितों के पुनर्वास के लिए प्लान तैयार किया तो अब इधर कर्णप्रयाग नगर के बहुगुणानगर, अपर बाजार, सुभाषनगर, आइटीआइ आदि में लोगों के घरों में दरारें दिखी हैं। बताया जा रहा है कि बहुगुणानगर में आठ भवन तो रहने लायक भी नहीं हैं।
यहां करीब 28 भवनों में दरार की बात सामने आई है। जिन घरों में ज्यादा दिक्कत है, उनका इंतजाम या तो किराये के मकान या रैन बसेरे में किया जा रहा है। मंडी समिति से लगे आइटीआइ, अपर बाजार, राजनगर, सुभाषनगर की प्रारंभिक सीमा सहित राजनगर से गांधीनगर तक भू धंसाव हो गया है। इसी क्रम में डीएम हिमांशु खुराना ने रविवार को स्थलीय निरीक्षण किया।
इस दौरान प्रभावितों ने चिंता जताई और संभव कारणों से डीएम को अवगत कराया। प्रभावितों का कहना है कि उन्हें विस्थापन और मुआवजे की पुकार करते हुए अब लंबा समय हो चुका है। मगर मांग पूरी नहीं हुई। डीएम खुराना ने बताया कि लोगों को शिफ्ट किए जाने के लिए जगह खोजे जाने की तैयारी शुरू हो गई है। किराये पर रहने वालों को छह माह का किराया दिया जाएगा। दरारों की मॉनीटरिंग होगी और SDRF मद से प्रभावितों को मदद मिलेगी।