उत्तरकाशी: पहाड़ में आए एवलांच के कारण एक और पर्वतारोही की मौत हो गई है। एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल के बाद एडवांस पर्वतारोहण कोर्स प्रशिक्षक नवमी रावत की मौत हुई है। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 43 किमी दूरी पर स्थित भुक्की गांव की निवासी नवमी की मौत से मातम पसर गया है। नवमी इससे पहले छह बार डांडा चोटी का सफल आरोहण कर चुकी थी।
बीती 23 सितंबर को नवमी और उनकी बड़ी बहन कविता प्रशिक्षुओं के साथ द्रौपदी का डांडा गई थी। अनहोनी को कोई नहीं टाल सकता। गौर करने योग्य बात है कि पिछले चार वर्षों के अंतराल में नवमी ने छह बार द्रौपदी का डांडा चोटी का आरोहण किया था। मगर इस बार वह एवलांच के कारण वापस नहीं लौट सकी। नवमी का लक्ष्य एवरेस्ट आरोहण करने का भी था।
उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लाक के भुक्की गांव की नवमी हमेशा से इसी फील्ड में नाम कमाना चाहती थी। दोनों बहनें पर्वतारोहण से जुड़ी थी और दोनों की प्रेरणा उनके भाई रवि रावत थे। रवि रावत भी ट्रैकिंग से जुड़े हैं। बता दें ति नवमी के पिता अवतार सिंह किसान हैं।
नवमी के भाई रवि रावत का कहना है कि नवमी का सपना सेना, आइटीबीपी या पुलिस में जाने का था। वह अपने भाई-बहनों में सबसे छोटी थी और घर की लाडली भी थी। नवमी की मौत की खबर से पूरा परिवार और खासकर उनकी बहन कविता टूट गई है। बुधवार को बेस कैंप से नवमी रावत की बड़ी बहन कविता को सेना के हेलीकाप्टर के जरिये उत्तरकाशी लाया गया।