चंपावत: कोचिंग इंस्टीट्यूट के जमाने में कोई सेल्फ स्टडी कर यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर ले, ऐसा अमूमन तौर पर कम ही देखा जाता है। लेकिन टनकपुर निवासी आशु पंत ने ऐसा कर के लाखों युवाओं के सामने मिसाल कायम की है। आशु ने सैमसंग कंपनी की नौकरी छोड़ने के बाद खुद ही यूपीएससी के लिए पढ़ाई शरू की। जिसका नतीजा ये रहा कि अपने दूसरे ही प्रयास में आशु ने परीक्षा को पास कर लिया।
टनकपुर आमबाग के रहने वाले आशु पंत ने यूपीएससी परीक्षा में 193वीं रैंक हासिल की है। बता दें कि आशु के पिता गिरीश चंद्र पंत वन निगम में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं तो वहीं माता शांति पंत गृहिणी हैं। आशु ने बचपन से पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन किया है। बेटे ने सेंट फ्रांसिस टनकपुर से दसवीं करते हुए जिला टॉप किया था। इतना ही नहीं केंद्रीय विद्यालय से 12वीं करते हुए आशु ने उत्तराखंड में टॉप मारा था।
आगे की पढ़ाई में आशु ने इलाहाबाद एनआईटी से बीटेक किया। इसके बाद उसका चयन बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर सैमसंग कंपनी में हो गया। जिसके बाद उसने ढाई साल तक दक्षिण कोरिया में रहकर नौकरी की। लेकिन धीरे धीरे यूपीएससी की तरफ मन का झुकाव होने लगा तो नौकरी छोड़कर सेल्फ स्टडी करना जारी रखा। अब आसु ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्लियर कर लिया।
आशु की सफलता पर पूरे गांव में जश्न का माहौल है। बता दें कि आशु ने मुख्य परीक्षा में भूगोल विषय लिया था। खुद आशु पंत बताते हैं कि टनकपुर में उन्हें परीक्षा की तैयारी में 2016 बैच के पीसीएस टॉपर और टनकपुर के एसडीएम हिमांशु कफल्टिया का मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ। दरअसल आशु ने एसडीएम के द्वारा स्थापित नागरिक पुस्तकालय से किताबों और पढ़ने की सुविधा का फायदा उठाया और सफलता हासिल की।