टिहरी: उत्तराखंड की सबसे खास बात यह है कि यहां पर परिवार से सिर्फ एक व्यक्ति देश सेवा के लिए सेना में नहीं जाता बल्कि कई कई परिवार पूरी तरह से देश के लिए समर्पित हो जाते हैं टिहरी गढ़वाल के बादल कठैत भारतीय सेना में अफसर बन गए हैं। बता दें कि उनकी बहन मेघा कठैत हाल ही में मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में शामिल हुई थी।
गौरतलब है कि शनिवार को देहरादून में आईएमए पासिंग आउट परेड आयोजित हुई। जहां देश के 288 जवान सेना में अफसर बने, जिसमें से करीब 33 जवान उत्तराखंड से हैं। इसमें टिहरी के बादल कठैत भी शामिल हैं। जो भारतीय सेना में अफसर बन गए हैं। बीते फरवरी में बादल की बहन मेघा कठैत मिलिट्री नर्सिंग सर्विसेज में शामिल हुईं है।
टिहरी के सरकारी स्कूल में शिक्षक पिता परमवीर कठैत के लिया इससे बड़ी खुशी क्या हो सकती है कि उनके बेटा और बेटी दोनों देश सेवा के लिए आगे बढ़े हैं। खुद पिता परमवीर भी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के कारण राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजे जा चुके हैं। बादल कठैत की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के ब्लॉसम स्कूल से हुई है ।
इसके बाद बादल ने देहरादून से इंजीनियरिंग की और इसी कोर्स के दौरान सेना में जाने का मन बनाया। पहले बादल ने एनडीए की परीक्षा पास कर आईएमए में टेक्निकल ग्रेड में प्रवेश लिया। अब वह अफसर बन गया है। इस उपलब्धि पर पिता परमवीर कठैत और माता सुनीता कठैत काफी गदगद हैं।