Mamta Mehta story:- उत्तराखंड राज्य की बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। चाहे क्षेत्र सरकारी हो या गैर सरकारी, खेल का मैदान हो या कला की बात हो, पहाड़ की बेटियां आज हर तरफ अपना नाम रोशन कर रही हैं। पहाड़ की इन्हीं बेटियों द्वारा किए जा रहे सराहनीय कार्य को हम आपके बीच लाते रहते हैं। इसी क्रम में आज हम आपको बागेश्वर की रहने वाली बेटी ममता मेहता से रूबरू कराने जा रहे हैं।
ममता मेहता मूल रूप से उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जनपद के अंतर्गत आने वाले तहसील, कांडा की रहने वाली हैं। बंगलुरू AFTC में डेढ़ साल का कठिन प्रशिक्षण करने के बाद ममता ने वायुसेना में अपने फ्लाइंग अफसर बनने के सपने को पूरा कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बताते चलें कि ममता मेहता कांडा तहसील क्षेत्र के दोबरगाड़ा, रावतसेरा की रहने वाली है। ममता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव कांडा से ही पूरी की। इसके बाद उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय, सिमार से इंटर की पढ़ाई पूरी की। इंटर की पढ़ाई पूरी कर, ममता ने गोविंद बल्लभ इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी पौड़ी गढ़वाल में दाखिला ले लिया। यहां ममता ने कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया।
ममता मेहता एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता भारतीय सेना से सूबेदार रिटायर्ड हैं। जबकि माता हेमंती मेहता, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कांडा में शिक्षिका है। ममता ने अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपने माता पिता, गुरुजनों एवं भारतीय सेना में ब्रिगेडियर पद पर तैनात अपने मामा हितेंद्र सिंह पिलख्वाल को दिया है। ममता मेहता की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल बना हुआ है। वहीं पुरे क्षेत्र में ख़ुशी की लहर है।