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BCCI के दवाब में आकार धोनी ने छोड़ी कप्तानी- रिपोर्ट


नई दिल्ली– भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाई देने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अचानक से कप्तानी छोड़ने के फैसले से पूरा देश सकते में था। लेकिन अपने सफल कप्तान के फैसले का स्वागत पूरे देश ने किया।  दूसरी तरफ अब सवाल उठ रहा है कि धोनी ने अचानक कप्तानी क्यों छोड़ी? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी ने भारतीय टीम की कमान अपनी मर्जी से नहीं छोड़ी है, बल्कि उन्हें ऐसा करने के लिए कहा गया था।  खबर के अनुसार सिलेक्टर्स  ने धोनी को कप्तानी छोड़ने के लिए कहा था। इससे पहले धोनी के रिजाइन मेल को देखकर भी यह लगा रहा था कि उन्होंने अपनी मर्जी से कप्तानी नहीं छोड़ी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी पर कप्तानी छोड़ने को लेकर सिलेक्टर्स की ओर से दबाव था।  जिस दिन धोनी ने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया उस दिन उनकी मुलाकात चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद से हुई थी। यह मुलाकात नागपुर में झारखंड और गुजरात के बीच रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच वाले दिन हुई थी। धोनी इसी दौरान झारखंड टीम के मेंटर के रूप में वहां मौजूद थे। बीसीसीआई की ओर से धोनी के फैसले की घोषणा के बाद प्रसाद ने उनकी तारीफ करते हुए इसे बिल्कुल सही समय पर लिया गया फैसला बताया था।

धोनी ने यह फैसला अपनी मर्जी से नहीं बल्कि किसी के कहने से लिया है, इसका अंदाजा उनके रिजाइन मेल को देखकर ही हो रहा था। 4 जनवरी की शाम धोनी ने जो रिजाइन मेल BCCI को भेजा था उसमें लिखा था, धोनी का रिजाइन मेल कुछ इस तरह था, मैं भारत के वनडे कप्तान के पद से अपना इस्तीफा देता हूं और विराट कोहली का मेंटर बनने के लिए राजी हूं। धोनी के मेल की आखिरी लाइन इस बात की ओर इशारा करती है कि उन्होंने अपनी मर्जी से नहीं, बल्कि किसी के कहने पर कप्तानी छोड़ी, क्योंकि उन्होंने मेल में लिखा कि वो विराट कोहली को मेंटर करने, उन्हें गाइड करने के लिए राजी हैं। वर्ल्‍ड कप 2015 के बाद से ही वनडे में टीम इंडिया का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नही रहा था। भारत को बांग्लादेश के हाथों 2-1 से सीरीज गवांनी पड़ी थी। इसके अलावा साउथ अफ्रीका के साथ घरेलू सीरीज खेलते हुए भारत पांच मैचों की वनडे सीरीज 3-2 से हार गया था।इसके बाद ऑस्‍ट्रेलिया दौरे पर उसे 4-1 से शिकस्‍त झेलनी पड़ी थी। वहीं न्‍यूजीलैंड से पांच मैचों की सीरीज भी भारत 3-2 से मुश्किल से जीता था भारत ने 2016 में छह वनडे जीते और सात हारे। लेकिन धोनी कि कप्तानी की चमक टी-20 कायम थी। धोनी की कप्तानी में भारत ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया को 3-0,श्रीलंका को 2-1  और एशिया कप जीता था। वही भारत में खेले गए वर्ल्ड टी-20 में भारत ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था।

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