नई दिल्ली: क्रिकेट के मैदान से उत्तराखण्ड के लिए बुरी खबर सामने आ रही है। कूच बिहार ट्रॉफी में अपने प्रदर्शन ने पूरे क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींचने वाले संयम अरोड़ा पर उम्र को लेकर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा है। बीसीसीआई ने इस मामले में तुंरत कार्रवाई करते हुए संयम पर दो साल का बैन लगाया है। कूच बिहार ट्रॉफी में संयम ने खूब रन बरसाए थे। उन्होंने 9 पारियों में 1080 रन बनाए, जिसमें 347 रन उनका बेस्ट स्कोर था। रन बनाने के मामले में वो तीसरे नंबर पर थे।
बुधवार को उत्तराखंड क्रिकेट संचालन समिति (यूसीसीसी) के स्थानीय समन्वयक अमित पांडे ने जानकारी दी कि कि बीसीसीआई ने संयम पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा यूसीसीसी ने भी संयम पर दो साल कर प्रतिबंध लगा दिया है। अब वह अगले दो साल तक बीसीसीआई के किसी भी टूर्नामेंट में नहीं खेल सकेंगे। संयम ने अपना जन्म प्रमाणपत्र और बोनाफाइड प्रमाणपत्र सात दिसंबर 2001 का होना बताया था।लेकिन जांच में पाया गया है कि उनका जन्म सात जनवरी 1998 में हुआ था। जांच में दोनों दस्तावेज गलत पाए गए हैं। जिस पर उन्हें दो साल के लिए प्रतिबंध कर दिया गया।