हल्द्वानी: पासिंग आउट परेड का दिन उत्तराखंड के लिए बेहद खास रहता है। इस दिन राज्य के कई युवा भारतीय सेना का हिस्सा बनते हैं। बागेश्वर कपकोट तहसील के ऐठाण गांव के पाली डुंगरा निवासी भरत फर्स्वाण भी भारतीय सेना में ऑफिसर बने हैं। देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड में उन्हें चीफ ऑफ आर्मी नॉर्दन कमांड ने उन्हें स्टार व बैच लगाया। उनके सेना में ऑफिसर बनने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है। शनिवार को पासिंग आउट परेड में वे लेफ्टिनेंट बन गए हैं।
कपकोट निवासी भरत बचपन से ही मेधावी थे। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा मां ठाकुरे शिशु लीला कपकोट से हुई। पढ़ने में वह अच्छे थे और उन्होंने नैनीताल घोड़ाखाल स्कूल की परीक्षा भी क्लियर की। उन्होंने कक्षा दस की परीक्षा 90 व 12वीं की 74 प्रतिशत अंक हासिल किए। इसके बाद साल 2017 में उन्होंने एनडीए की परीक्षा पास कर ली और 2020 तक इलाहाबाद डिफेंस अकादमी में रहे।
इसके बाद अंतिम वर्ष में उन्होंने आईएमए देहरादून में ट्रेनिंग ली। उनके पिता हरीश फर्स्वाण पूर्व प्रधान रहे हैं। वह किसानी भी करते हैं और रेस्ट्रा का चलाते हैं। माता पार्वती देवी गृहणी हैं। भरत के भाई दीपक होटल मैनेजमेंट की डिग्री लेकर नोएडा में जॉब करते है, जबकि बहन दीपा ने जीएनएम का कोर्स किया है। भरत को भारतीय सेना में जाने के लिए उनके मामा ने प्रेरित किया। मामा बहादुर सिंह कोरंगा खुद फौज में थे। उनके कहने पर ही परिवार ने भरत को घोड़ाखाल में दाखिल किया ताकि वह पढ़ाई के साथ एनडीए की तैयारी भी कर सकें।