देहरादून: भारत के सभी राज्य अब स्मार्ट तकनीकों को अपना रहे हैं। उत्तराखंड परिवहन निगम भी इसी दिशा में आगे बढ़ गया है। एक अगस्त से निगम का कोई अधिकारी या कर्मचारी मैनुअल रूप से अपनी हाजिरी नहीं लगाएगा। बल्कि उनकी उपस्थिति अब बायोमेट्रिक तरीके से दर्ज होगी। इस संबंध इन आदेश भी जारी का दिए गए हैं। आगे पढ़ें…
परिवहन निगम के एमडी रोहित मीणा ने इस हेतु निर्देश जारी किए थे। जिसके बाद महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने सभी मंडल प्रबंधक, सहायक महाप्रबंधकों को आदेश जारी कर दिया है। बता दें कि संविदाकार्मिकों, आउटसोर्स कार्मिकों, उपनल कार्मिक, होमगार्ड और पीआरडी जवानों को भी ऐसे ही अटेंडेंस लगानी होगी। गौरतलब है कि इसके आधार पर वेतन वितरण भी होगा। आगे पढ़ें…
क्या होंगे नियम ?
निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्धारित समय के 15 मिनट के अंदर उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
ऐसा ना करने पर अर्थात देरी से आने पर अपने नियंत्रक अधिकारी को जवाब देना होगा।
आपातकालीन स्थिति में तो ई-मेल या एसएमएस के जरिए देरी का जवाब दिया जा सकेगा।
कोविड-19 संक्रमण के साए की वजह से सभी अपने हाथों को सैनिटाइज करने के उपरांत बायोमीट्रिक लगाएंगे।
उल्लेखनीय है कि सुबह के वक्त बैठक में जाने की स्थिति में अधिकारियों को एक दिन पहले ही अपने नियंत्रक अधिकारी को आवेदन पत्र देना होगा। वरना अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसमें कोई दोराय नहीं कि आधुनिक ज़माने में तकनीक के साथ चलना आवश्यक है। इसी दिशा में उत्तराखंड रोडवेज ने बड़ा कदम उठाया है।