देहरादून: प्रदेश की राजनीति में विधानसभा चुनाव आने से पहले ही काफी उथल-पुथल मच गई है। हलचल इतनी तेज है की दलबदली लगातार चल रही है। बड़े-बड़े नेताओं से लेकर छोटे छोटे कार्यकर्ता भी एक पार्टी से दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। बीते दिन दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत के भाई रिटायर्ड कर्नल विजय रावत के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद बीजेपी को एक और बढ़त मिल गई है।
बता दें कि अब दो महीने पहले ही कांग्रेस ज्वाइन करने वाले नेता दुर्गेश्वर लाल भाजपा में शामिल हो गए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने दुर्गेश्वर लाल को शामिल करने के बाद ही उन्हें चुनावी टिकट थमा दिया है। दुर्गेश्वर लाल को भाजपा ने पुरोला से टिकट दिया है। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में दुर्गेश्वर लाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था।
2017 के चुनाव में निर्दलीय ही मैदान पर उतरने वाले दुर्गेश्वर लाल को 13805 वोट मिले थे। दुर्गेश्वर लाल ने पिछले साल नवंबर यानि करीब 2 महीने पहले ही कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी। और अब विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। अब उन्हें पुरोला से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। माना जा रहा है कि ये कदम बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि क्षेत्र में दुर्गेश्वर लाल की खासी अच्छी पकड़ है।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। केंद्रीय नेतृत्व ने पहली सूची में 59 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जा रहे हैं, जिनमें पांच महिलाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव लड़ेंगे। उनके नाम पर मुहर लगाई गई है। बाकी बची सीटों पर केंद्रीय नेतृत्व अभी भी मंथन कर रहा है।