देहरादून: राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिशों में जुटी भाजपा डेमेज से पहले ही स्थिति को कंट्रोल करना चाहती है। राज्य के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत प्रकरण के बाद भाजपा चुनाव से पहले कई बिंदुओं पर काम करने का प्लान बना रही है। सबसे पहले टिकट ना मिलने से नाराज होने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी मनाएगी। नाराज कार्यकर्ताओं बागी ना बन जाए, इसका डर भाजपा को है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बीते दिनों देहरादून पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने गढ़वाल मंडल के 41 विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए जिला एवं विधानसभा प्रभारियों, प्रभारियों, जिला प्रवासियों और सहायक प्रवासियों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी को निर्देश दिए कि ऐसे नेताओं की सूची तैयार की जाए. जो नाराज हो सकते हैं या फिर बागी हो सकते हैं। कांग्रेस एक बार भाजपा खेमे में सेंधमारी कर चुकी है।
कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और नैनीताल विधायक कांग्रेस खेमे में आ गए हैं। नेताओं की नाराजगी से चुनाव में पार्टी को नुकसान न हो, इसे रोकने के लिए जेपी नड्डा ने निर्देश दिए हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश के बाद विधानसभा क्षेत्र में बगावत के संभावित चेहरों की पहचान कर रही है और इसके लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों को ऐसे लोगों की सूची तैयार कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। इसके अलावा क्षेत्र में टिकट के संभावित दावेदारों की सूची तैयार की जा रही है। पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को नाराजगी का भुगतान विधानसभा चुनाव में करारी हार से चुकाना पड़ा था और ऐसे में भाजपा डेमेज होने से पहले स्थिति को कंट्रोल करना चाहती है।