हल्द्वानी: राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही लंबे समय से पार्टी और विधानसभाओं में सामाजिक कार्यों सहित अन्य राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय लोग अब खुलकर दावेदारी करने लगे हैं। नैनीताल जिले की कालाढूंगी विधानसभा से भाजपा के वरिष्ठ नेता वर्तमान में मीडिया प्रभारी का कार्यभार देख रहे सुरेश तिवारी ने भी चुनावी ताल ठोक दी है।
हल्द्वानी में प्रेस वार्ता करते हुए सुरेश तिवारी ने अपने शुरुआती संघर्ष से लेकर अब तक की भारतीय जनता पार्टी की राजनीति के क्षेत्र में किए गए कार्यों को मीडिया के सामने रखते हुए कहा है कि उन्होंने पार्टी के अलग-अलग फोरम पर इस बार कालाढूंगी विधानसभा से मौका दिए जाने की मांग की है।
सुरेश तिवारी ने कहा कि अगर पार्टी उन्हें अवसर देगी तो वह अवश्य जन आकांक्षाओं पर खरे उतरेंगे। सुरेश तिवारी ने कहा कि 1989 से पिछले 33 सालों से वह लगातार एक छोटे से कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश सह मीडिया प्रभारी तक लगातार कार्य करते आ रहे हैं। लिहाजा इस बार उन्होंने कालाढूंगी विधानसभा से उन्हें एक अवसर दिए जाने की मांग की है।
गौरतलब है कि सुरेश तिवारी कालाढूंगी विधानसभा से लंबे समय से तैयारी कर रहे हैं। उनके कालाढूंगी विधानसभा से दावेदारी के बाद बंशीधर भगत की राह मुश्किल होती नजर आ रही है। क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक विधानसभा से दो- दो दावेदारों ने खुलकर मीडिया के सामने चुनाव लड़ने की बात सामने रखी है।
बता दें कि कालाढूंगी विधानसभा लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। हाल ही में पहले भाजपा के एक वरिष्ठ नेता व उनके बाद गजराज बिष्ट ने इसी सीट से दावेदारी ठोकी थी। हालांकि उसके बाद सीट से वर्तमान विधायक और कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने भी इसी सीट से चुनाव लड़ने की बात कही थी। वहीं विकास भगत का नाम भी कुछ समय से चर्चा में आ रहा है। लाजमी है कि भाजपा के लिए चुनावों में इस सीट को लेकर बड़ा सिर दर्द होने वाला है।