Alwar: राजस्थान के अलवर (Alwar) जिले में एक 15 वर्षीय मूक बधिर नाबालिग लड़की के साथ रेप करके सड़क पर फेंकने का मामला सामने आया। इस 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गई। इस नाबालिग लड़की के साथ ना सिर्फ बलात्कार हुआ बल्कि निर्भया जैसी हैवानियत कर लहूलुहान हालत में सर्द मौसम में सड़क पर फेंक दिया गया। दरिंदो ने मूक बधीर लड़की के साथ बलात्कार के बाद उसके प्राइवेट पार्ट को भी जख्मी कर दिया। जिस किसी व्यक्ति ने भी इस घटना के बारे में जाना उसके ज़ेहन में निर्भया रेप केस का ज़ख्म ताज़ा हो गया। पुलिस को पीड़िता लहूलुहान स्थिति में सड़क के किनारे मिली। फिलहाल पीड़िता को अलवर से जयपुर जे के लोन हॉस्पिटल (J K lone Hospital) में भर्ती किया गया है जहां पीड़िता की हालत गंभीर है और इलाज चल रहा है।
डॉक्टरों की टीम को करना पड़ा ऑपरेशन।
इस घटना को लेकर जनता में आक्रोश है और हैवानियत को भी शर्मसार करने वालो के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविंद शुक्ला ने बताया कि बच्ची की हालत फिलहाल गंभीर है, हम ऑपरेशन कर रहे हैं जिसमें प्लास्टिक सर्जन, गायनोकॉलोजिस्ट डॉक्टरों की टीम शामिल है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची को किसी शॉर्प ऑब्जेक्ट से बुरी तरह जख्मी किया गया है।
पुलिस ने पॉक्सो एक्ट व आईपीसी की विभिन्न कठोर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। घटना की जांच के लिए पुलिस घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। सीसीटीवी फुटेज में तिजारा फाटक ओवरब्रिज से शाम 7:00 बजे एक प्राइवेट बस निकलती हुई नजर आ रही है। उस समय तक पीड़िता घटनास्थल पर नहीं थी। बस के गुजरने के बाद पीड़िता ओवरब्रिज के नीचे पाई गई। ऐसे में पुलिस अधिकारी उस प्राइवेट बस का पता लगाने में जुटे हैं।
भाजपा ने प्रदेश सरकार को लिया आड़े हाथों।
इस घटना को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा
गहलोत जी राजस्थान का दुष्कर्म के आंकड़ों में पहला स्थान है और उस पर भी अलवर में एक बिटिया का जीवन लीलने की कोशिश होती है!
स्थिति बर्दाश्त के बाहर हो रही है। गहलोत जी, मुख्यमंत्री होने के नाते आप कुछ तो कीजिए!
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने लिखा अलवर में नाबालिग के गैंगरेप की घटना वीभत्स है और मानवता को शर्मसार करने वाली है, ईश्वरीय देन से नाबालिग तो मूकबधिर है, लेकिन राजस्थान की गहलोत सरकार नीति और नीयत से गूंगी बहरी है, जिसको पीड़िता की चीखें सुनाई नहीं दे रही हैं और दरिंदे पुलिस की पहुँच से बाहर हैंl
वहीं, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान सरकार की नाक के नीचे अलवर में मूक बधिर नाबालिग के साथ हैवानियत भरी गैंगरेप को अंजाम देने की घटना की जितनी निंदा की जाए, कम है। राज्य में 3 वर्ष से पूर्णकालिक गृहमंत्री नहीं है। राजस्थान में लचर कानून व्यवस्था के लिए राज्य के मुखिया अशोक गहलोत जिम्मेदार हैं।