देहरादून: क्रिकेट देखने वालों के साथ साथ इसे खेलने वाले युवाओं की भी संख्या कफी अधिक है। कई युवा क्रिकेटर बनना चाहते हैं। मगर यही युवा कभी कभी कुछ चालबाजों के जाल में फंसकर गलत रास्ता पकड़ लेते हैं। ऐसे ही धोखेबाजों पर अब पुलिस की नजर है। देहरादून से एक कोच की गिरफ्तारी के बाद अब गुरुग्राम से एक कोच को गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि रणजी, आईपीएल सहित प्रदेश की क्रिकेट टीमों से खेलने के लिए कई खिलाड़ी इच्छुक रहते हैं। हर किसी को भारतीय टीम में जाने के लिए कहीं ना कहीं से शुरुआत कर आगे बढ़ना होता है। इन्हीं खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का लाभ दिखाकर कुछ धोखेबाज तत्व ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
हाल में खिलाड़ियों से ठगी करने के मामले में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में क्रिकेट एकेडमी के प्रशिक्षक अजय कुुमार को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच कर रही शहर की आर्थिक अपराध शाखा-दो पुलिस द्वारा इस मामले में यह पांचवीं गिरफ्तारी है। अभी नौ आरोपी और भी गिरफ्त में आने बाकी हैं।
दरअसल अजय कुमार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में संचालित एक क्रिकेट एकेडमी में प्रशिक्षक है। जिसे धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खाते से खिलाड़ियों से लिए आठ लाख रुपये आने के बारे में पता चला है। बता दें कि इसी मामले में बिहार की एक क्रिकेट एकेडमी के प्रशिक्षक सहित दो लोगों को भी अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
बता दें कि इससे पहले देहरादून की क्रिकेट एकेडमी के प्रशिक्षक कुलबीर रावत, गुरुग्राम के न्यू पालम विहार निवासी आशुतोष बोरा, चित्रा बोरा, राजस्थान के गंगानगर निवासी नितिन कुमार पहले ही अरेस्ट किए जा चुके हैं। जांच अधिकारी एसआइ उमेश कुमार का कहना है कि अभी नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना बाकी हैं। बता दें कि इस मामले में ठगी का शिकार हुए कई खिलाड़ी अपने बयान दर्ज करा चुके हैं।
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने रखा अपना पक्ष
सीएयू ने पूरे मामले से खुद को अलग करते हुए कहा कि क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड इस तरह के कार्यों का खंडन करते हुए इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है। कहा कि सीएयू का उस मामले से कोई लेनादेना नहीं है। गौरतलब है कि सीएयू समेत उत्तराखंड के खिलाड़ियों का नाम भी गुरुग्राम में एक स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी द्वारा लिस्ट किया था। जिसके संचालक को बाद में गिरफ्तार किया गया है।
मीडिया प्रभारी संजय गुसाईं ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी इस तरह के कार्यो में लिप्त पाया जाता है। तो इसकी जानकारी क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड को होती हा एक्शन लिया जाएगा। संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार का कृत्य क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड को बदनाम करना है।