हल्द्वानी: जोशीमठ में स्थित तपोवन का बांध ग्लेशियर टूटने से पूरे उत्तराखंड में सनसनी मच गई है। धौली नदी में बाढ़ आ गई है। सभी जिलों के प्रशासन को अलर्ट में रहने के लिए कहा गया है। वहीं एनटीपीसी का पावर हाउस पूरी तरह से तबाह हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अभी तक 300 से ज्यादा लोगों के बहने की खबर सामने आ रही है। तपोवन में रेस्क्यू के लिए टीमें पहुंच गई है।
इसी बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अपने कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। वह घटना पर अपनी नजर बनाए हुए हैं और राहत को लेकर लगातार ट्वीटर पर अपडेट दे रहे हैं। कुछ देर पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हेल्प लाइन नंबर जारी किया। उन्होंने ट्वीट पर लिखा कि अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि चमोली के रिणी गांव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की आशंका है नदी में अचानक पाने आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है. वे घटनास्थल की ओर रवाना हो रहे हैं।
इस हादसे के बाद गढ़वाल मंडल के सभी इलाकों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। नदियों से सटे घरों में बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। वहीं पुलिस भी लोगों से घरों को खाली करने की अपील कर रही है। चमोली पुलिस ने अलकनंदा नदी के किनारे बसे लोगों से जगह खाली करने की अपील की है. पुलिस ने ट्वीट किया है कि तपोवन रेणी क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को क्षति पहुंची है,जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, अत: लोगों से अपील है कि अतिशीघ्र सुरक्षित स्थानों पर चले जायें।