देहरादून: पूरे देश का ध्यान चमोली आपदा पर है। रविवार को उत्तराखंड ने एक बार फिर आपदा का सामना किया। ग्लेशियर फटने की घटना ने पूरे देश को 2013 की केदारनाथ आपदा याद दिला दी, जिसके बारे में सुनकर अभी भी लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इस हादसे को 24 घंटे बीत गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 11 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं और 200-300 लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत यह है कि नदियों का जलस्तर सामान्य है और बाढ़ का खतरा पहले से कम हो गया है।
कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जो हिम्मत देते हैं। और बता रहे हैं कि हालात कुछ भी हो, मगर SDRF, NDRF और ITBP के जवान लोगों की जान बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जानकारी ये भी सामने आ रही है कि 40-50 लोगों को बचा लिया गया है। हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है। इधर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में मौत को मात देकर आए लोग खुश नजर आ रहे हैं। एक युवक ने बताया कि वह टनल में फंसा था और पानी सभी के सिर के पास था। अपने आप को बचाने के लिए उन्होंने एक सरिया पकड़ा हुआ था।
बता दें कि रविवार शाम सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पत्रकारों से बात की और कुछ अहम जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि हमारी कोशिश है कि इस हादसे के बाद फंसे लोगों को बचाया जाए और उसके लिए रेस्क्यू जारी है। वहीं नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया।