
Piyush Dimri: Army: Chamoli: उत्तराखंड के युवा आज हर क्षेत्र में अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। चाहे खेल हो, शिक्षा, विज्ञान या फिर सेना—यहां के युवाओं ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से न केवल सफलता हासिल की है, बल्कि प्रदेश का नाम भी रोशन किया है। भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में भी उत्तराखंड के अनगिनत युवा अहम जिम्मेदारियों का निर्वहन कर देश की सेवा कर रहे हैं।
इसी कड़ी में चमोली जिले के एक और होनहार युवा ने अपनी उपलब्धि से पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है। कर्णप्रयाग के नाकोट गांव निवासी पीयूष डिमरी हाल ही में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं।
पीयूष ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ज्योति विद्यालय, ज्योर्तिमठ से प्राप्त की। इंटरमीडिएट की पढ़ाई उन्होंने देहरादून स्थित बलूनी क्लासेज से पूरी की और इसके बाद ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। तकनीकी पृष्ठभूमि से जुड़े पीयूष ने पिछले वर्ष शॉर्ट सर्विस कमीशन (टेक्निकल एंट्री) में सफलता हासिल की। हाल ही में बिहार के गया में आयोजित पासिंग आउट परेड में उन्हें ‘बेस्ट कैडेट’ का सम्मान भी मिला।
वर्तमान में पीयूष सेना की सातवीं कुमाऊं रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट पद पर लखनऊ में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनके पिता उमेश डिमरी राजकीय इंटर कॉलेज सरणा ऐरास में विज्ञान के प्रवक्ता हैं, जबकि माता रजनी देवी गृहणी हैं। परिवार में रक्षा सेवाओं का गहरा प्रभाव रहा है। पीयूष के चाचा मुकेश डिमरी पुलिस विभाग में एसआई के पद पर कार्यरत हैं और एक अन्य चाचा भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं। इन्हीं से प्रेरणा लेकर पीयूष ने फौज में जाने का सपना पूरा किया।
पीयूष की इस बड़ी उपलब्धि के बाद न केवल उनके गांव बल्कि पूरे इलाके में जश्न का माहौल है। लोग लगातार उन्हें और उनके परिवार को बधाइयां दे रहे हैं और क्षेत्र के युवा उनके जीवन से प्रेरणा ले रहे हैं।






