चंपावत: विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। लेकिन कांग्रेस को करारी हार से ज्यादा एक और चीज सता रही है। वह है भीतरघात। पार्टी सूत्रों की मानें तो चंपावत उपचुनाव में भी जमकर भीतरघात हुआ है। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने तो चिंता तक जताई है। उन्होंने आंतरिक जांच कराए जाने की भी बात कही है।
बता दें कि उपचुनाव में कांग्रेस की निर्मल गहतोड़ी को 4000 वोट भी नहीं मिले। जबकि इससे पहले जब चुनाव हुए थे तो कांग्रेस को 27000 से ज्यादा वोट मिले थे। इसलिए कांग्रेस की तैयारियों और प्रचार-प्रसार पर भी जमकर सवाल उठ रहे हैं। गौरतलब है कि चुनाव प्रबंधन के लिए जो कमेटी बनी थी, उसमें विधायक मनोज तिवारी के साथ भुवन कापड़ी और खुशहाल सिंह अधिकारी का नाम था।
विधानसभा चुनाव में पार्टी ने पूर्व प्रत्याशी रहे हिमेश खर्कवाल को मुख्य चुनाव संयोजक बनाया था। लेकिन वह भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं दिखा सके। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस गहन मंथन कर रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही चंपावत उपचनाव में मिली करारी हार के लिए पार्टी आंतरिक जांच करा सकती है। वाकई भीतरघात ने कांग्रेस को पूरे उत्तराखंड में परेशान कर रखा है।