देहरादून: चार धाम यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग एवं विश फाउण्डेशन के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये हैं। इस अनुबंध के अनुसार विशेषकर चार धाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को आधुनिक प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल संसाधनों का उपयोग करते हुये स्वास्थ्य सेवाओं उपलब्ध कराई जायेंगी।
सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़करण एवं विस्तार को लेकर लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग एवं विश फाउंडेशन के मध्य राज्य में स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत एवं गुणवत्ता प्रदान करने के उद्देश्य से एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये हैं। इस अनुबंध के अनुसार नवीन मॉडलों का उपयोग करत हुये सुलभ प्राथमिक स्वास्थ्य प्रणाली विकसित कर चार धाम यात्रा में आने वाले यात्रियों एवं आस-पास के लोगों को आधुनिक प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल संसाधनों के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जायेगी।
इसके अलावा चार धाम यात्रा में तैनात चिकित्सकों, पैरामेडिकल एवं नर्सिंग स्टॉफ को आपात स्थिति से निपटने के लिये प्रशिक्षित किया जायेगा। चार यात्रा काल के लिये सम्बंधित संस्था विभागीय अधिकारियों से विचार-विमर्श कर विस्तृत रोड मैप तैयार करेगी, जिसकी आगामी चार धाम यात्रा में लागू किया जायेगा। द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन में उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. विनीता शाह एवं विश फाउण्डेशन के सीईओ पूर्व आईएएस डॉ. राकेश कुमार ने हस्ताक्षर किये हैं। इस अवसर पर पूर्व आईएएस भास्कर खुल्बे, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा, डॉ. तुहिन कुमार तथा विश फाउण्डेशन के डॉ. विवेक यादव, मिल्टन नायक सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।