देहरादून: हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद शुक्रवार को तीरथ सिंह रावत कैबिनेट ने चारधाम यात्रा हेतु तीन जिले के लोगों को इजाजत दे दी है। चारधाम यात्रा 1 जुलाई से शुरू होगी। हालांकि यात्रा करने वालों को कोरोना वायरस नेगेटिव की रिपोर्ट पेश करनी होगी।
यात्रा के लिए पिछले साल पहले चरण में सीमित लोगों को ही एंट्री मिली थी। यात्रा से पहले उन्हें पोर्टल पर पंजीकरण करने को कहा गया था। इस बार भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए व्यवस्थाएं व कोविड नियम लागू हो सकते हैं। बदरीनाथ धाम में 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 लोगों को देवस्थानम बोर्ड की ओर से अनुमति देने के आसार है।
देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन ने कहा कि सरकार ने कैबिनेट से चारधाम यात्रा की मंजूरी दे दी है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए यात्रा सीमित संख्या में होगी। चारधामों में संबंधित विभागों के माध्यम से यात्रियों की सुविधाओं के लिए व्यवस्थाओं को फाइनल किया गया है।
चारधाम यात्रा एक जुलाई से चमोली में बदरीनाथ, रुद्रप्रयाग में केदारनाथ और उत्तरकाशी के लोग गंगोत्री- यमुनोत्री के दर्शन कर पाएंगे। चारधाम यात्रा की व्यवस्था देवस्थानम बोर्ड और जिला प्रशासन द्वारा तैयार की जाएगी। इसके लिए कॉर्डिनेट करने के लिए चारों धामों के लिए वरिष्ठ अधिकारी की तैनाती होगी। यात्रा से पहले उसकी गाइडलाइन जारी होगी और सभी व्यवस्था उसके हिसाब से बनाई जाएगी। सभी पुरोहितों को वैक्सीन भी लगाई जाएगी।