
Uttarakhand: Haldwani: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त रुख के तहत भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में उत्तराखंड पेयजल निगम के प्रभारी मुख्य अभियंता सुजीत कुमार विकास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई उत्तराखंड पेयजल निगम कार्मिक अनुशासन एवं अपील विनियमावली, 2017 के विनियम-4 के तहत की गई है।
निलंबन का आदेश निगम के अध्यक्ष एवं पेयजल सचिव बगौली द्वारा जारी किया गया। शिकायतकर्ता संजय कुमार, निवासी काशीपुर, ने 20 जनवरी को आरोप लगाया था कि अधीक्षण अभियंता रहते हुए सुजीत कुमार ने उनकी फर्म हर्ष एंटरप्राइजेज से निगम में पंजीकरण और कार्य आवंटन के बदले रिश्वत के रूप में 10 लाख रुपये अपनी पत्नी की साझेदार फर्म कुचु पुचु एंटरप्राइजेज के खाते में जुलाई 2022 में पांच किस्तों में जमा करवाए।
गौरतलब है कि उक्त फर्म में सुजीत कुमार की पत्नी रंजु कुमारी साझेदार हैं। विभाग द्वारा 25 जून को स्पष्टीकरण मांगा गया था और 15 दिन का समय दिया गया, लेकिन तय समय में कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद 14 जुलाई से उनके विरुद्ध विजिलेंस जांच भी शुरू कर दी गई है। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए उन्हें अब रुड़की स्थित पेयजल निगम कार्यालय में महाप्रबंधक (प्रशिक्षण) के रूप में मानव संसाधन प्रकोष्ठ से संबद्ध किया गया है। राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत आगे भी इसी प्रकार कठोर कार्रवाई की जाएगी।
