जयपुर : राजस्थान में चुनावी माहौल काफी गर्म है। इसी के चलते राजनीतिक पार्टियों में कोई ना कोई बवाल जारी है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी से मिलने की बात से इनकार कर दिया है । अपने दिल्ली दौरे के खत्म होने के एक सप्ताह बाद ही गहलोत अपनी राहुल गांधी से मुलाकात की खबरों का खंड़न करते नज़र आ रहे हैं । उन्होंने साफ कह दिया है कि उनकी राहुल गांधी से किसी भी संदर्भ में कोई मुलाकात नहीं हुई । गहलोत ने इस सियासी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि जब तक मंत्रीमंडल का पुनर्गठन नहीं होगा तब तक अफवाहें चलेंगी। गहलोत ने कहा कि 16 अक्टूबर को वह राहुल गांधी से सिर्फ एआईसीसी के बैठक में मिले थे ।करीब चार दिन पहले ही गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने मुलाकात की खबरों को झूठा बताया था ।
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है । गहलोत ने बताया कि यह अभियान बढ़ती मंहगाई को लेकर है । नवम्बर में अभियान को और तेज़ी से चलाएंगे ताकि महंगाई जैसी विपदा के उपर केंन्द्र सरकार का ध्यान खींच सके। आगे उन्होंने आरोप लगाया है कि अभी महंगाई , बेरोजगारी जैसे मुद्दे केंन्द्र के एजेंडे में नहीं हैं । इसीलिए वह अब इसमें दवाब बनाकर केंन्द्र सरकार को जगाएंगे और इस पर ठोस कदम लेने पर मजबूर करेंगे । गौरतलब है कि बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे देश में सालों से जनता का खून चूस रहे है और इसके निवारण की मांग नेताओं द्वारा समय को देखकर उठती है।
अशोक गहलोत करीब एक सप्ताह पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली गए हुए थे । उस समय उनकी दिल्ली में राहुल गांधी के साथ बैठक होने की काफी चर्चायें सामने आ रही थी । उस समय किसी ने इनका खंडन नहीं किया, लेकिन अचानक चार दिन बाद गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने ट्वीट कर इन खबरों को निराधार बताया था । शर्मा के ट्वीट के बाद प्रदेश की सियासत में एक बार फिर चर्चाओं का जोर चल पड़ा। अब इन्हीं खबरो को गहलोत ने बेबुनियाद ठेहराया है । इससे सियासी गलियारों में एक बार फिर खलबली मची हुई है ।