हल्द्वानी: देवप्रयाग के बाद कैंची में बादल फटने की सूचना आई है। बारिश के बाद मंदिर परिसर के अंदर मलबा भर गया है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग भी भारी मलबा आने से बंद हो गया है। पुलिस—प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए खैरना पर ही सभी वाहनों को रोक दिया गया है। अब इस राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी वाहन मोना नथुवाखान होते हुए हल्द्वानी को भेजे जा रहे हैं। कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। फिलहाल किसी भी जान के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है। गनीमत रही कि कोरोना Curfew होने के चलते हाईवे पर ज्यादा वाहनों का संचालन नहीं हो रहा है, अन्यथा कोई बढ़ा हादसा हो सकता था। क्योंकि बारिश के बाद मलवा मुख्य मार्ग पर भी जमा हो गया है। पिछले कुछ वक्त से उत्तराखंड के कई इलाकों में बादल फटने की घटनाए सामने आई हैं।
उत्तराखंड में कैंची धाम में बादल फटने से NH 87 पूरी तरह बंद। pic.twitter.com/YZitAuD6LE
— Shilpi Arora शिल्पी अरोड़ा (@IamShilpiArora) May 12, 2021
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुधवार को ही कैंची धाम ट्रस्ट ने वार्षिक मेले को आयोजन को कैंसल कर दिया था। राज्य में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और लोगों की सुरक्षा को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। हल्द्वानी लाइव अपने पाठकों से अनुरोध करता है कि मेले को कैंसल करने और बादल फटने की घटना को एक साथ जोड़कर डर का माहौल उत्पन्न करने से बचे। यह एक केवल संयोग है कि फैसले के दिन ही ऐसा हुआ है। जिस हालात से देश गुजर रहा है उसे सकारात्मक माहौल की आवश्यकता है।