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घोड़ा लाइब्रेरी महोत्सव में सीएम धामी, कालाढूंगी क्षेत्र को मिली 114 करोड़ की सौगात

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Uttarakhand: Kotabagh: CM Dhami: संकल्प फाउंडेशन की ओर से आयोजित घोड़ा लाइब्रेरी ‘पहाड़ पंछ्याण’ महोत्सव 2025 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कालाढूंगी–कोटाबाग क्षेत्र में 114 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि घोड़ा लाइब्रेरी एक अनोखी पहल है, जो दूर-दराज के इलाकों में बच्चों और लोगों तक किताबें और शिक्षा पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय संस्कृति, पारंपरिक ज्ञान और पहाड़ के उत्पादों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। सीएम धामी ने कहा कि जिन योजनाओं की शुरुआत हुई है, उनसे सड़कों, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा। इसका फायदा सिर्फ कालाढूंगी ही नहीं, आसपास के इलाकों को भी मिलेगा और लोगों की जिंदगी आसान बनेगी।

शीतकालीन पर्यटन पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच से उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा शुरू हुई, जिससे सर्दियों में भी पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में उत्तराखंड की सर्दियों, धूप, मौसम और पहाड़ों की खूबियों का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद हरसिल आए और शीतकालीन यात्रा में शामिल हुए, जिससे उत्तराखंड को देश-विदेश में पहचान मिली। अब बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु सर्दियों में भी उत्तराखंड पहुंच रहे हैं और राज्य इसके लिए पूरी तरह तैयार है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘एक जिला, एक मेला’ और ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन फेस्टिवल’ जैसी योजनाओं पर काम हो रहा है। नैनीताल में विंटर फेस्ट कार्निवल हुआ और उत्तरकाशी समेत दूसरे जिलों में भी ऐसे आयोजन किए जा रहे हैं, ताकि सालभर पर्यटन चलता रहे। उन्होंने कहा कि पहले सर्दियों में कामकाज ठप हो जाता था, लेकिन अब सालभर रोजगार और व्यापार को फायदा मिलेगा। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में कानून सबसे ऊपर है। उन्होंने साफ कहा कि भाईचारे का मतलब यह नहीं कि कोई कानून तोड़े या अतिक्रमण करे। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि घोड़ा लाइब्रेरी ‘पहाड़ पंछ्याण’ जैसे आयोजन शिक्षा, संस्कृति और विकास को एक साथ आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।

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