लालकुआं: विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा ने तगड़े अंदाज में जीत हासिल की। पिथली बार 57 और इस बार 47 सीटें जीतकर भाजपा ने इतिहास रच दिया। हालांकि खुद पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री रहते हुए भी अपनी सीट नहीं बचा सके। खटीमा सीट से चुनाव हारने के बाद भी धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया है। मगर सीएम के सामने उपचुनाव की बड़ी चुनौती खड़ी है। सीएम धामी किस सीट से उपचुनाव लड़ेंगे, किस क्षेत्र से उन्हें बुलावा आएगा, इसपर मुहर लगने में तो अभी टाइम है। लेकिन इस लिस्ट में भीमताल, चंपावत, खानपुर आदि के अलावा लालकुआं का नाम भी शामिल हो गया है।
बता दें कि चंपावत से कैलाश गहतोड़ी, भीमताल से राम सिंह कैड़ा, खानपुर से उमेश कुमार शर्मा, जागेश्वर से मोहन मेहरा, रुड़की से प्रदीप बत्रा और कपकोट से सुरेश गढ़िया ने सीएम घोषित होने से पहले ही पुष्कर सिंह धामी के लिए अपने सीट छोड़ने की पेशकश की थी। अब इस लिस्ट में नैनीताल जिले की लालकुआं सीट का नाम भी जुड़ गया है। चूंकि कैबिनेट में नैनीताल जिले के किसी भी विधायक को शामिल नहीं किया गया, इसलिए कयासों का बाजार और गर्म हो गया है।
ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि चंपावत, भीमताल, खानपुर, जागेश्वर, रुड़की और कपकोट के अलावा सीएम धामी लालकुआं से भी उपचुनाव लड़ सकते हैं। अगर ये सच होता है तो जिस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री की हार हुई ,वहीं से नए मुख्यमंत्री चुनाव लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस से हरीश रावत ने लालकुआं सीट से चुनाव लड़ा था। उन्हें भाजपा के मोहन बिष्ट के हाथों बड़ी हार मिली थी। अब सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट खोजने पर मंथन चल रहा है। लालकुआं से कयास इसलिए ज्यादा हैं क्योंकि यहां से उनके गृह क्षेत्र खटीमा की दूरी भी ज्यादा नहीं है। देखना दिलचस्प होगा कि सीएम धामी को आखिर किस सीट से बुलावा आता है।