देहरादून: प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपने पिछले कार्यकाल में छह माह का कम समय मिला था। इस बार जबसे उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाया है, तभी से तेवर जुदा दिख रहे हैं। इस बार सीएम धामी पहले से ज्यादा सख्त नजर आ रहे हैं। सीएम का पूरा जोर सुशासन की व्यवस्थाओं पर जोर देने में है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को भी रड़ी चेतावनी दे दी है। जिससे खराब कार्यशैली वाले अधिकारियों की तो जरूर रात की नींद उड़ जाएगी।
बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए सबके योगदान को गिनाया। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर कोशिश करनी है। उन्होंने अधिकारियों पर बात करते हुए साफ कहा कि वह ना तो खुद चैन की नींद सोएंगे और ना ही अधिकारियों को सोने देंगे। हो ना हो, लेकिन इस बयान ने सीएम धामी को पसंद करने वालों में तो ऊर्जा फैला दी है। लेकिन अधिकारियों को बेचैन कर दिया है।
सीएम धामी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए और कहा कि प्रदेश में सड़क एवं पुलों के निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि खास ध्यान कार्यों के लिए तय की गई निर्धारित समयवधि का रखना है। इसके साथ ही सीएम ने कहा कि कार्यों की गुणवत्ता में कोई शिकायत आने पर संबंधित अधिकारियों एवं एजेंसियों पर सख्त कारवाई की जाएगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने हल्द्वानी में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर भी मंशा साफ की है। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति के लिए नहीं बल्कि लोगों की भलाई के लिए काम किए जाएंगे। जहां भी इस प्रकार की चीजें होंगी, वहां अवश्य कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी और खुद सीएम धामी चुनावों से पहले से ही प्रदेश के कोने कोने तक विकास की धारा पहुंचाने की बात कर रहे हैं।