देहरादून: प्रदेश में हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। राज्य सरकार, शासन-प्रशासन इस संवेदनशील मामले पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। अभी तक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दो बड़े फैसले लिए थे। जिसमें पहला यह कि आरोपी के रिजॉर्ट को बुल्डोजर से ध्वस्त किया गया। दूसरा यह कि उन्होंने मामले में एसआईटी गठित करते हुए जांच के आदेश दिए।
इसी कड़ी में अब मुख्यमंत्री धामी ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए सरकार की सक्रियता का परिचय दिया है। सीएम धामी ने रिजॉर्ट के मालिक व हत्या के आरोपी पुलकित आर्य के बड़े भाई की ओबीसी आयोग से छुट्टी कर दी है। बता दें कि पुलकित आर्य का भाई अंकित आर्य ओबीसी आयोग के उपाध्यक्ष पद पर तैनात था। जिसे अब हटा दिया गया है।
गौरतलब है कि अंकित आर्य उत्तराखंड अन्य पिछड़ा आयोग में उपाध्यक्ष के पद पर नामित थे। मुख्यमंत्री ने अंकिता हत्याकांड में पुलकित आर्य का नाम आने के बाद आज अंकित आर्य को बर्खास्त कर दिया है। पूरे उत्तराखंड में जगह-जगह पर लोगों द्वारा प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सभी लोगों की मांग है कि दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।