Uttarakhand News

बाबा बौखनाग ने बचाई थी श्रमिकों की जान, अब सिलक्यारा सुरंग के पास बना मंदिर


Uttarakhand News: Baba Baukhnaag: मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बाबा बौखनाग मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लिया। बौखनाथ मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुख्यमंत्री देहरादून स्थित अपने घर से भेंट और पूजा सामग्री लेकर सिलक्यारा पहुंचे। सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के सकुशल रेस्क्यू के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं अभियान के दौरान कैंप कर रेस्क्यू कार्य की लगातार निगरानी और दिशा-निर्देशन किया था। अभियान की सफलता के लिए उन्होंने बाबा बौखनाग से मन्नत मांगते हुए मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था।

Ad

मुख्यमंत्री ने बाबा बौखनाग से प्रदेश की खुशहाली और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि जब सुरंग के मुख पर बाबा बौखनाग को विराजमान किया गया, तभी फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकाला जा सका। उस समय उन्होंने बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर बनाने की घोषणा की थी। आज मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने से उनका संकल्प पूरा हुआ है और श्रद्धालु बाबा बौखनाग का आशीर्वाद प्राप्त कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि टनल निर्माण के दौरान 12 नवम्बर को अचानक हुए भूस्खलन में 41 श्रमिक सुरंग में फंस गए थे। उस समय देशभर के लोगों ने इन श्रमिकों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना की थी। उस अंधेरी सुरंग में, जहाँ उम्मीद की किरणें भी मंद पड़ रही थीं, बाबा बौखनाग ने पहाड़ों के रक्षक के रूप में शक्ति और विश्वास का संचार किया।

Join-WhatsApp-Group

मुख्यमंत्री की घोषणाएं:

  1. सिलक्यारा टनल का नाम बाबा बौखनाग के नाम पर किया जाएगा।
  2. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गेंवला-ब्रह्मखाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अपग्रेड किया जाएगा।
  3. बौखनाग टिब्बा को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
  4. स्यालना के निकट हेलीपैड का निर्माण किया जाएगा।

इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय टमटा, विधायक सुरेश चौहान, दुर्गेश्वर लाल, संजय डोभाल, एनएचआईडीसीएल के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्ण कुमार, जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, एसपी सरिता डोभाल, जनप्रतिनिधिगण और अधिकारीगण उपस्थित थे।

To Top