देहरादून: महानगरों की तरह उत्तराखंड में भी प्रदूषण का लेवल अब बढ़ रहा है। परिवहन निगन ने इस दिशा में इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों का संचान शुरू कर दिया है। इसी दिशा में अब देहरादून में एक नए प्लान को फ्लोर पर उतारा जा सकता है। एक कंपनी ने परिवहन विभाग के समक्ष डीजल से चलने वाले थ्री व्हीलर विक्रम को सीएनजी में परिवर्तिन करने का प्रस्ताव दिया है।
अगर निगम अनुमति देता है तो देहरादून में होने वाली प्रदूषण की समस्या को दूर किया जा सकता है। वहीं 10 साल या उससे पुराने विक्रम वाहनों का संचालन 31 मार्च से बंद होने वाला है। सीएनजी के लागू होने से वाहन स्वामियों को राहत मिलेगी।
आवेदन करने वाली कंपनी बिहार समेत कई राज्यों में सीएनजी कीट लगाने का कार्य कर चुकी है। कंपनी के राजीव पंवार बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर में वर्कशॉप बनाई जा रही है। बता दें कि देहरादून में डीजल वाले विक्रम का संचालन जल्द ही बंद होने वाला है, लिहाजा विक्रम संचालक कम खर्च में डीजल से चलने वाले विक्रम को सीएनजी में बदलने का रास्ता तलाश रहे हैं।
डीजल वाले विक्रम को सीएनजी में तब्दिल करने के लिए इंजन भी बदलना पड़ता है। इस पर 75 हजार से 90 हजार तक का खर्च आता है। जो कि नए वाहन खरीदने से काफी कम है। परिवहन निगम से कंपनी ने अनुमति मांगी है और परीक्षण के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। अगर निगम परमिशन देता है मार्च के अंत तक काम शुरू कर देंगे।
आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा ने कहा कि कंपनी ने डीजल वाले विक्रम में सीएनजी किट लगाने का आवेदन किया है। इसका परीक्षण शुरू हो गया है। निगम देख रहा है कि कंपनी आखिर किस तरह से किट लगा रही है। अगर किट मानकों पर खरी उतरती है, तो हरी झंडी मिल जाएगी।