लैंसडाउन: भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद हरक सिंह रावत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब तक उन्हें कांग्रेस से बुलावा नहीं आया है। बुलावा आए इससे पहले ही कांग्रेस में बगावती सुर दिखने लगे हैं। बता दें कि लैंसडाउन विधानसभा से प्रत्याशी की दावेदारी करने वाले सदस्यों ने एक सुर में हरक सिंह रावत का विरोध किया है।
कांग्रेस के सभी दावेदारों का कहना है कि अगर पार्टी लैंसडाउन से डॉ हरक सिंह रावत या उनकी बहू अनुकृति गुसाईं को टिकट देती है तो वह सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे। इतना ही नहीं बल्कि वे किसी एक व्यक्ति को निर्दलीय चुनाव लड़ाएंगे। दावेदार साफ-साफ कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी को खड़ा करने वाले नेताओं की अनदेखी किसी भी हाल में हम बर्दाश्त नहीं कर सकेंगे।
दरअसल गुरुवार को लैंसडाउन विधानसभा के 12 उम्मीदवारों ने एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। जिसमें ब्लाक प्रमुख दीपक भंडारी ने कहा कि हरक सिंह रावत अपनी बहू अनुकृति गुसाईं को लैंसडाउन से चुनाव लड़वाना चाहते हैं। लेकिन अगर कांग्रेस ने उनकी बहू को टिकट दिया तो कार्यकर्ता इसका विरोध करेंगे।
गौरतलब है कि लैंसडाउन विधानसभा से रंजना रावत, ज्योति रौतेला, पिंकी नेगी, राजेंद्र भंडारी, मनीष सुंदरियाल, दीपक भंडारी, गोपाल रावत, रघुवीर बिष्ट, मधु बिष्ट, वीरेंद्र प्रताप, राम रतन नेगी, रश्मि पटवाल कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं। ब्लाक प्रमुख दीपक भंडारी ने कहा कि इनमें से किसी को दावेदार बनाया जाना चाहिए।
कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महामंत्री रंजना रावत ने कहा कि कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हुई तो सब का मनोबल गिर जाएगा। उल्लेखनीय है कि बीते रोज हरक सिंह रावत को भारतीय जनता पार्टी ने अपने दल से निष्कासित कर दिया था। जिसके बाद से हरक सिंह रावत कांग्रेस के दरवाजे खटखटा रहे हैं। लेकिन उन्हें हर दरवाजे पर बगावत के बोल सुनने को मिल रहे हैं।