रामनगर: कोरोना महामारी ने पहली लहर से लेकर अब तक सबसे ज्यादा नुकसान पर्यटन कारोबार को पहुंचाया है। आपको याद होगा कि पिछले साल कोविड काल के चलते कॉर्बेट में कई सारे पर्यटकों ने एडवांस बुकिंग कैंसल कराई थी। पार्क प्रशासन ने उन सभी के पैसे लौटाने के लिए एक प्रक्रिया शुरू करने का वादा किया था। इसी प्रक्रिया में अब प्रशासन ने एक कदम और आगे बढ़ाया है।
दरअसल कॉर्बेट प्रशासन ने कोविड काल में पर्यटकों की निरस्त हुई बुकिंग का पैसा वापस करने की पहल शुरू कर दी है। प्रशासन ने पर्यटकों से बुकिंग से संबंधित बैंक की डिटेल मांगी है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार पिछले साल 28 जून तक कॉर्बेट पार्क बंद रहा। सिर्फ डे विजिट ही नहीं बल्कि नाइट स्टे भी महामारी के कारण प्रभावित हुआ।
जहां कई जोनों में नाइट स्टे 15 जून तक बंद रहा तो वहीं डे विजिट के लिए इन्हें 30 जून तक बंद रखा गया अब जिन पर्यटकों ने नाइट स्टे और डे विजिट की पहले से ही ऑनलाइन एडवांस बुकिंग करा ली थी। वह कॉर्बेट नहीं आ सके। उन पर्यटकों की बुकिंग का एक करोड़ रुपए वापस करने को पार्क प्रशासन ने सरकार को अनुमति प्रस्ताव भेजा था। पार्क निदेशक राहुल ने बताया कि शासन ने प्रस्ताव स्वीकृत कर दिया है।
जिसके बाद अब विभाग पर्यटकों को अवगत करा रहा है कि जिस बैंक के द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया गया उसका खाता नंबर, आईएफएससी कोड, खाता धारक का नाम, बैंक का नाम, मोबाइल नंबर, परमिट की प्रति कार्यालय के ईटीयू सीटीआर-फॉरेस्ट-यूके निक.इन पर भेजी जानी है। उल्लेखनीय है कि एक बार पर्यटक अपनी डिटेल्स विभाग को भेजेंगे तो एडवांस बुकिंग कैंसिल होने से जो उन्हें नुकसान हुआ उसकी भरपाई हो सकेगी।