नैनीताल: नगर के सात नम्बर में रहने वाली एक किशोरी में बीते दिनों कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई थी। संक्रमण की पुष्टि के बाद कोशोरी को होम आइसोलेट कर दिया गया था। लेकिन किशोरी द्वारा आइसोलेट होने के बाद भी सार्वजनिक स्थल पर आवाजाही की जा रही थी। यह देख पड़ोसियों ने इसका जमकर विरोध किया। इस दौरान परिजनों व आसपास के लोगों में विवाद की स्थिति पैदा हो गई। किशोरी के परिजनों और पड़ोसियों में काफी देर तक तनातनी चलती रही। किशोरी को सूखाताल स्थित केएमवीएन के टीआरसी में बने क्वारंटाइन सेंटर भेजने को लेकर सहमति जताने पर ही पड़ोसी शांत हुए।
यह भी पढ़े:उत्तराखंड विधानसभा में नहीं होगा पेपर का कोई इस्तेमाल, तैयारी हो गई शुरू
यह भी पढ़े:अब हल्द्वानी आने की ज़रूरत नहीं, लालकुआं से दिल्ली के लिए शुरू हुआ रोडवेज बस का संचालन
जानकारी के अनुसार सात नंबर निवासी किशोरी नगर के एक निजी स्कूल में अध्ययनरत है। बीते दिनों किशोरी ने कोरोना जांच के दौरान संक्रमण की पुष्टि हुई। जिसके बाद बीडी पांडे अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा किशोरी को होम आइसोलेट कर दिया गया। किशोरी को अलग कमरे में आइसोलेट कर दिया गया। मंगलवार देर शाम किशोरी के परिजन भी किशोरी के साथ कमरे में चले गए। इस दौरान वह लगातार अंदर-बाहर करने लगे तो पड़ोसियों ने उन्हें ऐसा ना करने को कहा। यह बात किशोरी के परिजनों को राज नहीं आई जिसके चलते दोनों पक्षों के मध्य विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद स्थानीय लोगों की सलाह पर किशोरी के परिजनों ने किशोरी को टीआरसी में आइसोलेट करने का फैसला लिया। बीडी पांडे अस्पताल के पीएमएस डॉ. केएस धामी ने बताया कि किशोरी को टीआरसी में आइसोलेट कर दिया गया है। इधर बीडी पांडे अस्पताल में आयुष विभाग में तैनात एक चिकित्सक और पांच अन्य लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। सभी को आइसोलेट कर दिया गया है।
यह भी पढ़े:रामनगर:ट्रैक्टर की टक्कर से बाइक सवार की मौत, दो गांवों के बीच तनाव का माहौल
यह भी पढ़े:काठगोदाम से देहरादून जाने वाली नैनी-दून जनशताब्दी का संचालन पांच जनवरी तक बंद