सोमेश्वर: स्याल्दे बिखोती मेले के दूसरे दिन एक के बाद एक कलाकारों ने अपने सुरो से दर्शकों को जमकर थिरकाया। साथ के सोमेश्वर क्षेत्र के छोटे-छोटे बच्चों ने सुंदर नृत्य कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। हल्द्वानी से आई घुघुती जागर टीम के कलाकारों ने अपने गानों से लोगों की खूब वाहवाही लूटी। वही लोकगायिका माया उपाध्याय ने अपने गानों से कार्यक्रम का मजा दोगुना कर दिया और हर कोई अपने स्थान पर झूमने को मजबूर हो गया।
लोद गोल्जू प्रांगण में आयोजित दो दिवसीय स्याल्दे बिखोती मेले के दूसरे दिन लोक कलाकारों की धूम मची रही। कार्यक्रम में सबसे पहले स्कूली बच्चों और क्याप संस्था के बच्चों ने सुंदर-सुंदर डांस से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इसके बाद आए घुघुती जागर टीम के कलाकारों में राजेंद्र ढेला, राजेंद्र प्रसाद ने अपने सुरो से लोगों को खूब थिरकाया। उन्होंने पहाड़ की संस्कृति को बचाने के लिए अपने गाने के माध्यम से लोगों तक संदेश पहुंचाया साथ ही सुंदर गीतों से लोगों को वाहवाही लूटी। पहाड़ ले रयो, माया माया झन्न कये गीतों रौनक भर दी। जिन्हें लोद घाटी सांस्कृतिक मंच लोद द्वारा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
वही मूलरूप से सोमेश्वर क्षेत्र में निवास करने वाले अलग-अलग जगह सराहनीय कार्य कर रहे लोगों को लोद घाटी सांस्कृतिक मंच द्वारा सम्मानित किया गया। जिसमें मुख्य रूप से सामाजिक कार्यकर्ता धीरज पांडे, दिल्ली हाई कोर्ट के वकील ललित खाती, दुग्ध केदारम के निदेशक विनोद उपाध्याय, पहाड़ प्रभात के संपादक जीवन राज, अध्यापक पंकज भट्ट, एप्पल गर्ल दीक्षा उपाध्याय, क्याप संस्था के संस्थापक दीपक मेहरा, सोमेश्वर थानाध्यक्ष विजय नेगी, पत्रकार दिनकर जोशी, पत्रकार भूपाल बोरा, पत्रकार कुंवर भाकुनी, दीपक भाकुनी, बच्ची राम वैध, लीलाधर पांडेय, हर्ष जोशी, महिपाल भाकुनी, मोहन सिंह नेगी, मोहन नयाल शामिल रहे जो अपने कार्यों से सोमेश्वर घाटी का नाम रोशन कर रहे है।
हास्य कलाकार आनंद भट्ट ने अपनी कविताओं से एक बार फिर दूसरे दिन भी लोगों को जमकर गुदगुदाया।इसके बाद आई लोक गायिका माया उपाध्याय ने अपने गीतों से सभी लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने ऐसा समा बाधा कि हर कोई अपने स्थान पर थिरकने लगा। खासकर महिलाओ ने डांस कर खूब मनोरंजन किया। चाहा को होटल, क्रीम पाउडर, हाय काकड़ी झीलमा, चंदू ड्राइवर समेत कई गीतों से माया उपाध्याय ने महफिल लूट ली। आज दूसरे दिन कार्यक्रम को देखने लोगों की भीड़ गोलू देवता के प्रांगण में उमड़ पड़ी।
पूरा मैदान खचाखच भरने के बाद लोग बाहर से खड़े होकर और घरों के छतों से कार्यक्रम का आनंद ले रहे थे। पहली बार इतने भव्य कार्यक्रम को देख हर कोई गदगद हो उठा। लोगों ने कार्यक्रम आयोजकों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ऐसा कार्यक्रम आज तक सोमेश्वर क्षेत्र में कहीं नहीं हुआ। पहली बार लोद घाटी सांस्कृतिक मंच द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोल घाटी क्षेत्र के अलावा बाहरी क्षेत्र से आए लोगों ने मेले का भरपूर आनंद उठाया। लोद घाटी सांस्कृतिक मंच ने अगले साल इससे भी बड़ा भव्य आयोजन करने का वादा कर मेले का समापन माया उपाध्याय के गीतों के साथ किया। दो दिवसीय मेले को लोक कलाकारों ने ऐतिहासिक बना दिया।
इस मौके पर कार्यक्रम को सफल बनाने में लोद घाटी सांस्कृतिक मंच लोद के अध्यक्ष कुंदन सिंह भंडारी, ललित मोहन, पंकज जोशी, हिमांशु मैनाली, कैलाश भेटारी, चंद्रशेखर पाटनी, शंकर दत्त पाटनी, बहादुर सिंह, भुवन मेहरा, शंकर मेहरा, हीरा सिंह समेत