देहरादून: कर्फ्यू का नाम खबरों में सुनते ही हर किसी के कान खड़े हो जाते हैं। कर्फ्यू लगना वैसे भी बड़ी बात होती है। अब उत्तराखंड के कई सारे गांवों में एक साथ कर्फ्यू लगने की खबर पूरे प्रदेश में आग की तरह फैल गई है। दरअसल, बाघ का आतंक पहाड़ के कई सारे गांवों में लगातार बना हुआ है। दो लोगों को बाघ ने शिकार बनाया तो अब कोटद्वार में रिखणीखाल प्रखंड के अंतर्गत बाघ प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है।
बता दें कि विगत रात इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने आदेश जारी किए हैं। इस आदेश में ग्रामीणों से शाम 7:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक घर से बाहर ना निकलने की अपील की है, या कहें कि आदेश दिए गए हैं। साथ ही उप जिलाधिकारी लैंसडाउन को इन क्षेत्रों में सबसे संवेदनशील घरों को चिन्हित करने के निर्देश हैं। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित गांव में मवेशियों के लिए चारा पत्ती की व्यवस्था करने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को दिए गए हैं।
इन गांवों में लगा कर्फ्यू
ग्राम डल्ला मेलधार, क्वीराली, तोल्यूं, गाड़ियों, जूई, द्वारी, कांडा, कोटडी के साथ ही नैनीडांडा ब्लॉक के ग्राम ख्यूंणाई तल्ली, ख्यूंणाई मल्ली, ख्यूंणाई बिचली उम्टा, सिमली मल्ली, चमाडा, सिमडी तल्ली घोड़ाकंद सहित कई अन्य गांवों में कर्फ्यू लगाया गया है। डीएम ने बताया कि 17 से 18 अप्रैल तक रिखणीखाल व धूमाकोट तहसील के स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे।