देहरादून: हमारे देश के युवाओं को प्रेरित होने के लिए बाहर के उदाहरण की जरूरत नहीं है। हमारे देश में कुछ परिवार ऐसे होते हैं जो देश के लिए अपना जीवन कुर्बान कर देते हैं और यही युवाओं को मार्ग दिखा देता है। उत्तराखंड निवासी शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी नितिका कौल के सेना में अफसर बनने के बाद शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल भी भारतीय सेना में अधिकारी बन गईं हैं। शनिवार को उन्होंने सेना की वर्दी पहनी और इस दौरान उनके दोनों बच्चे उनके साथ मौजूद रहे।
साल 2018 में जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में घायल होने के बाद शहीद हुए दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल शनिवार काे भारतीय सेना में अधिकारी बन गईं हैं। पति की शहादत के बाद ज्योति ने भी देश सेवा करने का फैसला लिया था।शनिवार को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से वह पास आउट हुईं और सेना में शामिल हुईं।बता दें कि दीपक नैनवाल के परिवार की तीन पीढ़ियां देश सेवा से जुड़ी हुई हैं। दीपक के पिता चक्रधर नैनवाल सेना से रिटायर्ड हैं। उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध, कारगिल युद्ध व कई अन्य ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है। उनके पिता व दीपक के दादा सुरेशानंद नैनवाल भी स्वतंत्रता सेनानी थे।
देहरादून के हर्रावाला निवासी नायक दीपक नैनवाल को दस अप्रैल 2018 को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में तीन गोलियां लगी थी। वह घायल हो गए थे। उनका एक महीने तक इलाज चला था और 20 मई को उनका निधन हो गया। उनके बच्चे इतने छोटे थे कि उन्हें शायद समझ ही ना हो कि पापा अब कभी वापस नहीं आएंगे। जीवनसाथी का चले जाने का गम शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। इस दर्द को पार पाने के लिए ज्योति ने भारतीय सेना का हिस्सा बनने का फैसला किया।
शहीद दीपक नैनवाल की एक बेटी लावण्या और एक बेटा रेयांश है। लावण्या कक्षा चार में पढ़ती है और रेयांश कक्षा एक में पढ़ता है। मां के सेना में अफसर बनने दोनों बच्चे खुश हैं और बेटा सेना में शामिल होकर देश सेवा करना चाहता है।इस मौके पर ज्योति नैनवाल ने कहा कि मैं अपने पति की रेजीमेंट को धन्यवाद देना चाहती हूं। उन्होंने मुझे सहयोग किया और मुझे बेटी की तरह मानती है। मैं कर्म करने वाली मां बनना चाहती और जो हासिल करूंगी वह मेरे बच्चों के लिए तोहफा होगा।