हल्द्वानी: भारत के सबसे बड़े व्लॉगर हल्द्वानी निवासी सौरव जोशी के एक विवादित बयान ने उनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। सौरव जोशी ने कहा था कि, हल्द्वानी और उत्तराखंड की पहचान उनकी वजह से और इस बात से उन्हें काफी खुशी होती। इसके बाद से ही एक तरफ जहां सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है। वहीं, अब लोग सड़कों पर भी उतर आए हैं।
सौरव जोशी को बॉयकॉट करने की मांग होने लगी है। लोगों का कहना है कि उत्तराखंड की पहचान सैनिकों के बलिदान, चार धाम, हसीन वादियों से है। ये पहचान आज की नहीं है बल्कि सदियों से है। राजीव नयन बहुगुणा का कहना है कि सौरव जोशी जैसा दावा तो कभी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, गोविंद वल्लभ पंत और सुंदर लाल बहुगुणा ने भी नहीं किया। शिव सेना नेता ने सौरभ जोशी का पुतला फूंका है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि यूट्यूब से शोहरत पाने वाले सौरव भूल गए हैं कि नैनीताल की पहचान अंतरराष्ट्रीय पहचान है। उन्होंने आगे कहा कि यहां कई हस्तियों ने देश-दुनिया में नाम कमाया। सरकार को तुरंत इस मामले का संज्ञान लेते हुए यूट्यूबर सौरव जोशी के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करना चाहिए।