Haridwar News

Kanwar Yatra 2024: शिवभक्तों को नहीं होगी परेशानी, QR कोड से मिलेगी हर चीज की जानकारी


Kanwar yatra 2024: हिन्दू धर्म में कावड़ यात्रा का बहुत महत्व माना जाता है। सावन शुरू होते ही कावड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है। इसे जल यात्रा भी कहा जाता है क्योंकि कावड़ यात्रा के दौरान भक्त कावड़ में गंगाजल भरकर अलग-अलग स्थानों पर स्थापित शिवालयों में शिव अभिषेक के लिए जाते हैं। इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। और साथ ही कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो जाएगी। इसके साथ ही कांवड़ियों का हरिद्वार आदि तीर्थस्थलों पर पहुंचना भी शुरू हो जाएगा। इस बार कांवड़ियों को वाहन पार्किंग, गंगा घाट और ट्रैफिक रूट ढूंढने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि इस बार कांवड़ यात्री हरिद्वार में क्यूआर कोड स्कैन करके रूट और पार्किंग की जानकारी ले सकेंगे। ( Kanwar yatra 2024 )

क्यूआर कोड स्कैन करें

बता दें कि कावड़ियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए हरिद्वार प्रशासन कई व्यवस्थाएं कर रहा है। कांवड़ मेले में रूट एवं पार्किंग से लेकर आवश्यक दिशा-निर्देशों से जुड़े पंपलेट और क्यूआर कोड लेकर पांच पुलिस टीमों को गैर जिले और अन्य राज्यों के लिए रवाना कर दिया गया है। कांवड़ यात्रा में पैदल, दुपहिया और चौपहिया वाहनों पर लाखों की संख्या में कांवड़ यात्री गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार आते हैं। जिससे मेले के दौरान यातायात व्यवस्था पर भी भारी दबाव रहता है‌। वहीं क्यूआर कोड स्कैन करने से कांवड़ मेले के डिजीटल पेज से यात्रियों को रूट और पार्किंग की जानकारी मिल जाएगी। ओर उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। ( Devotees get kanwar yatra traffic route plan and parking infomation by scanning QR code )

Join-WhatsApp-Group

पंपलेट लगवाए गए

उत्तराखंड पुलिस द्वारा हरबर्टपुर, पौंटा साहिब, नाहन, सिरमौर, मुज्जफरनगर, शामली, मेरठ, बागपत, सोनीपत, पानीपत, देवबंद, गागलहेड़ी, छुटमलपुर, यमुनानगर, अंबाला, नजीबाबाद, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, हापुड, गाजियाबाद, बुलंद शहर, नोयडा, दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम जाकर स्कैन पंपलेटो का वितरण करेंगी। इसके साथ ही, बस अड्डा और रेलवे स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थानों पर भी पंपलेट लगवाए गए हैं। ऐसे में अगर ज्यादा से ज्यादा कांवड़िए क्यूआर कोड फैसिलिटी का इस्तेमाल करेंगे तो काफी हद तक पुलिस और प्रशासन के लिए यातायात व्यवस्था को संभालना आसान हो जाएगा।

To Top