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सेना की प्रेस में विराट कोहली का जिक्र, DGMO बोले, वैसे आज क्रिकेट की बात नहीं करनी चाहिए…


Press: DGMO: Cricket: Virat Kohli: भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम होने के बाद पहले तीनों सेनाओं के डीजीएमओ की प्रेस ब्रीफिंग हुई, जिसमें पाकिस्तान के साथ संघर्ष से जुड़ी अहम जानकारी साझा की गई। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ‘जब पाकिस्तान ने हमारे एयर फील्ड में लगातार हमले किए, वो हमारे मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने असफल हो गए। हमारा एयर डिफेंस इतना मजबूत था कि पाकिस्तान के पास कोई मौका नहीं था। जो दुर्दशा कल आपने पाकिस्तानी एयरफील्ड की देखी। वहीं हमारी सभी एयरफील्ड सही हैं। मैं अपनी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की भी तारीफ करना चाहता हूं। इन्होंने बहुत बहादुरी से हमारा साथ दिया। उनके काउंटर अलार्म सिस्टम भी हमारे एयर डिफेंस सिस्टम का हिस्सा थे, जिन्होंने पाकिस्तान के नापाक इरादों का विनाश किया।

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भारतीय डीजीएमओ राजीव घई ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान के दौरान अपने स्कूली दिनों को भी याद किया और उदाहरण के लिए क्रिकेट की बात भी की। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि आज क्रिकेट की बात करने का उचित दिन नहीं है। विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और कई भारतीयों की तरह वो मेरे भी पसंदीदा हैं। भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया। उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी। दिग्गज खिलाड़ी के इस फैसले की चर्चा की। उन्होंने कहा कि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया।

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भारतीय डीजीएमओ राजीव घई.ने कहा-  ‘मैं आपको इस उदाहरण के जरिये से एक ये एस्पेक्ट हाइलाइट करना चाहता हूं। जब मैं स्कूल में था तो तकरीबन तब ये 1970 का दशक था। उस समय इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच में एशेज सीरीज चल रही थी। उस समय ऑस्ट्रेलिया के दो बहुत तेज गेंदबाज जिनका क्रिकेट के इतिहास में बहुत बड़ा नाम है- जेफ थॉमसन और डेनिस लिली। उन्होंने अंग्रेजी बल्लेबाजी और उनकी बल्लेबाजी लाइन अप को तहस नहस कर दिया था। ऑस्ट्रेलियाई ने उस समय एक कहावत निकाली थी- राख से राख और धूल से धूल तक अगर थॉमसन नहीं कर पाते हैं तो लिली जरूर कर देंगे।’ राजीव घई ने दुश्मनों को चेतावनी देते हुए कहा- ‘अगर आप इस लेयर को देखेंगे तो आप समझ जाएंगे कि मैं थॉमसन और लिली के उदाहरण से क्या कहने की कोशिश कर रहा हूं। तो अगर दुश्मन सारे सिस्टम्स को पार कर भी गए तो आपको फिर भी एयरफील्ड या फिर लॉजिस्टक इंस्टालेशंस या जो भी चीज को आप टारगेट कर रहे हैं, उसमें पहुंचने से पहले कोई न कोई लेयर्ड ग्रिड का सिस्टम जरूर गिरा देगा।’

राजीव घई ने दुश्मनों को चेतावनी देते हुए कहा- ‘अगर आप इस लेयर को देखेंगे तो आप समझ जाएंगे कि मैं थॉमसन और लिली के उदाहरण से क्या कहने की कोशिश कर रहा हूं। तो अगर दुश्मन सारे सिस्टम्स को पार कर भी गए तो आपको फिर भी एयरफील्ड या फिर लॉजिस्टक इंस्टालेशंस या जो भी चीज को आप टारगेट कर रहे हैं, उसमें पहुंचने से पहले कोई न कोई लेयर्ड ग्रिड का सिस्टम जरूर गिरा देगा।’ भारतीय डीजीएमओ राजीव घई.ने कहा-  ‘मैं आपको इस उदाहरण के जरिये से एक ये एस्पेक्ट हाइलाइट करना चाहता हूं। जब मैं स्कूल में था तो तकरीबन तब ये 1970 का दशक था। उस समय इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच में एशेज सीरीज चल रही थी। उस समय ऑस्ट्रेलिया के दो बहुत तेज गेंदबाज जिनका क्रिकेट के इतिहास में बहुत बड़ा नाम है- जेफ थॉमसन और डेनिस लिली। उन्होंने अंग्रेजी बल्लेबाजी और उनकी बल्लेबाजी लाइन अप को तहस नहस कर दिया था। ऑस्ट्रेलियाई ने उस समय एक कहावत निकाली थी- राख से राख और धूल से धूल तक अगर थॉमसन नहीं कर पाते हैं तो लिली जरूर कर देंगे।’

राजीव घई ने दुश्मनों को चेतावनी देते हुए कहा- ‘अगर आप इस लेयर को देखेंगे तो आप समझ जाएंगे कि मैं थॉमसन और लिली के उदाहरण से क्या कहने की कोशिश कर रहा हूं। तो अगर दुश्मन सारे सिस्टम्स को पार कर भी गए तो आपको फिर भी एयरफील्ड या फिर लॉजिस्टक इंस्टालेशंस या जो भी चीज को आप टारगेट कर रहे हैं, उसमें पहुंचने से पहले कोई न कोई लेयर्ड ग्रिड का सिस्टम जरूर गिरा देगा।’ राजीव घई ने दुश्मनों को चेतावनी देते हुए कहा- ‘अगर आप इस लेयर को देखेंगे तो आप समझ जाएंगे कि मैं थॉमसन और लिली के उदाहरण से क्या कहने की कोशिश कर रहा हूं। तो अगर दुश्मन सारे सिस्टम्स को पार कर भी गए तो आपको फिर भी एयरफील्ड या फिर लॉजिस्टक इंस्टालेशंस या जो भी चीज को आप टारगेट कर रहे हैं, उसमें पहुंचने से पहले कोई न कोई लेयर्ड ग्रिड का सिस्टम जरूर गिरा देगा।’

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