हल्द्वानी: कुमाऊं का द्वार हल्द्वानी अब पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाएगा। डीएम सविन बंसल इस दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कुमाऊंनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सुंदरीकरण का प्लान बनाया है। उनका कहना है कि इसके माध्यम से कुमाऊंनी संस्कृति का प्रचार प्रसार होगा। आने वाली पीढ़ी भी इस बारे में जान पाएगी।
डीएम सविन बंसल ने शनिवार को प्रेसवर्ता की। उन्होंने बताया कि शहर के 6 बड़े चौराहों पर सुंदरीकरण किया जा रहा है। इसके अलावा काठगोदाम में गेटवे ऑफ कुमाऊं का निर्माण किया जाएगा जो कुमाऊंनी सांस्कृतिक प्रतिक होगा।
बता दें कि इस प्रोजेक्ट में करीब 10 करोड़ का खर्चा आएगा। डीएम सविन बंसल ने बताया कि उच्च स्तर से इस परियोजना को हरी झंडी मिल गई है। कुछ ही दिनों में शासन से डीपीआर तैयार कर जल्द से जल्द हल्द्वानी शहर की सुंदरता को चार चांद लगाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा शहर के चौराहों को कुमाऊंनी रीति रिवाज प्रतीक चिन्हों के साथ-साथ हिस्टोरिकल बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है।
इसके अलावा शहर का यातायात सुगम हो इसके लिए भी अमृतपुर बायपास योजना के भी जल्द से जल्द धरातल में अमलीजामा पहनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने के साथ ही तत्काल काम शुरू कर दिया जाएगा। डीएम सविन बंसल का यह प्लान हल्द्वानी को नई पहचान दे सकता है। अभी तक हल्द्वानी कुमाऊं द्वार के रूप से जाना जाता लेकिन अब कुमाऊंनी कल्चर को बढ़ावा देने के साथ शहर पर्यटन स्थल बन जाएगा, जहां लोग कुमाऊंनी संस्कृति के बारे में जान पाएंगे।