देहरादून: नगर निगम देहरादून द्वारा पालतू कुत्तों के पंजीकरण का अभियान चल रहा है लेकिन लोग इसके लिए गंभीर नहीं हैं। बार-बार चेतवानी के बाद भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। वहीं जिन पालतू कुत्तों का पंजीकरण रिन्यू होना है वह भी पेंडिंग है। केवल 800 लोगों ने ही अपने पालतू कुत्ते का पंजीकरण दोबारा कराया है। नगर निगम अब एक्शन लेने वाला है और उसने टीम भी बना ली है।ये टीमें सुबह और शाम को शहर में घूम कर पालतू कुत्तों की तलाश करेंगी। रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर संबंधित मालिक से पांच सौ रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा।
बताया जा रहा है कि पालतू कुत्तों के पंजीकरण मामले में अगले हफ्ते से कुत्ता मालिकों पर जुर्माने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए चार टीमें गठित कर दी गई हैं। बार बार अपील करने के बाद भी देहरादून के लोग अपने कुत्तों के रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे हैं। इसके अलावा जिन्होंने पिछले साल रजिस्ट्रेशन कराया था, वह भी नवीनीकरण कराने नहीं आ रहे। पिछले साल नगर निगम में लगभग 4000 कुत्तों का पंजीकरण हुआ था और अब तक 800 कुत्तों का पंजीकरण नवीनीकरण कराया गया है। ऐसे में नगर निगम ने कुत्ता मालिकों पर जुर्माना लगाने का मन बना लिया है। इसके लिए टीमें भी गठित कर दी गई है।
देहरादून में पालतू कुत्तों की संख्या 30 हजार के आसपास है। सुबह सुबह लोग अपने कुत्तों को घूमाते हैं और गंदगी होती है। इसके अलावा वह राह चलते लोगों पर गुर्राते हैं। वहीं कई बार कुत्ता काट ले और शिकायत करने पर पूर्ण जानकारी सामने नहीं आ पाती है। इसके अलावा पंजीकरण नहीं होने से कुत्तों के वैक्सीनेशन की जानकारी भी नहीं होती है। इसके लिए नगर निगम द्वारा पंजीकरण अभियान शुरू किया गया है।
पंजीकरण फॉर्म के साथ पशु चिकित्सक से रैबीज से बचाने को लगने वाले टीके के लगे होने का प्रमाण पत्र लाना होगा। जीवाणुनाशक का प्रमाण पत्र भी साथ लाना होगा। पंजीकरण के लिए दो सौ रुपये शुल्क जमा होगा। पंजीकरण के बाद नगर निगम संबंधित व्यक्ति को उसके नाम और पते वाला टोकन देगा । पंजीकरण कराने पर कुत्ते के मालिक को सिर्फ 200 रुपये सालाना शुल्क देना है। ऐसा नहीं करने वाले को पहली बार में 500 रुपए, दूसरी बार में 5000 और तीसरी बार में केस दर्ज होगा।