हल्द्वानी: डी.पी.एस. हल्द्वानी लामाचैड़ ने अपनी पहचान बनाए रखते हुए प्रेरणास्रोत के रूप में विख्यात ब्रिगेडियर सुशील भसीन से विद्यार्थियों का परिचय करवाया। ब्रिगेडियर भसीन ने सर्वप्रथम अपने कार्यक्षेत्र के कृतित्व एवं व्यक्तित्व का परिचय दिया। उन्होंने बताया कि वे 34 वर्षों तक भारतीय सेना में अपनी सेवाएं देकर, 47 वर्षों से मास्टर ट्रेनर के रूप में सकारात्मक प्रेरणा एवं सलाह प्रदान कर रहे हैं।
ब्रिगेडियर भसीन ने विद्यार्थियों के समक्ष जुनून, आत्मविश्वास, जीवन का सही उद्देश्य एवं आत्म विश्वास जीवन की एक कला है आदि महत्वपूर्ण व्यक्तित्व निर्माणक बिंदुओं को रुचिकर रूप से प्रस्तुत किया। श्री भसीन के उदाहरणों एवं तर्कों के अंदाज को विद्यार्थियों ने एक पूर्ण प्रेरणास्रोत के रूप में स्वीकार किया। ब्रिगेडियर भसीन द्वारा उजागर बिंदुओं पर विद्यार्थियों ने अपने-अपने तर्क प्रस्तुत कर, विद्यार्थी जीवन की सकारात्मक दिशा को मजबूत किया। विद्यार्थियों को प्रेरित करने के उपरांत श्री भसीन द्वारा शिक्षकों के समक्ष एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने सभी शिक्षकों से उनके शिक्षक बनने का कारण पूछा और प्रश्न किया कि शिक्षक विद्यार्थियों के लिए क्या है?
उत्तर क्रमशः एक मित्र, सलाहकार मार्गदर्शक, सुविधा प्रदाता, प्रेरणास्रोत, सब कुछ एवं ईश्वर आदि आए। जवाब में श्री भसीन ने शिक्षक को इन सबसे ऊपर बतलाते हुए एक राष्ट्र निर्माता कहा। ब्रिगेडियर भसीन ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षक राष्ट्रनिर्माण में भागीदारी करते हुए, विद्यार्थियों को केन्द्र में रखकर उसकी प्रतिभा को सही दिशा प्रदान करे।ब्रिगेडियर भसीन ने यह भी आग्रह किया कि प्रत्येक शिक्षक अपनी गरिमा को बनाए रखते हुए अपने समूह को शिक्षक समूह नाम न देकर राष्ट्र निर्माता का नाम प्रदान करे, जिससे उसका एवं देश का मान बढ़ सके।